चंडीगढ़: कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी बॉर्डर पर डल्लेवाल और संयुक्त किसान मोर्चा तथा किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों से शनिवार को मुलाकात की। उन्होंने किसानों को 14 फरवरी को बातचीत फिर से शुरू करने के लिए आमंत्रित किया। प्रस्तावित बैठक की घोषणा के बाद किसान नेता डल्लेवाल ने चिकित्सा सहायता लेने पर सहमति जताई।
केंद्र सरकार के निमंत्रण पर पंजाब के किसान नेताओं ने कहा कि “यह हमारे लिए कोई बड़ी जीत नहीं है, लेकिन हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे।” उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आखिर तक चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब किसान नेता उनसे अनुरोध करते रहे तो उन्होंने कहा कि जो आपको ठीक लगे, वही करें।
हम बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे
किसान नेताओं ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति को देखते हुए उन्होंने फैसला किया है उन्हें चिकित्सा सहायता दी जानी चाहिए। किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि यह बड़ी जीत है, लेकिन हम यह कह सकते हैं कि हमने एक कदम आगे बढ़ाया है। हम केंद्र से बैठक करवाने में सफल रहे और बातचीत के लिए बंद दरवाजा खुलवाने में सफल रहे।
8 डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल को चिकित्सा सहायत दी
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि 8 डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान की। बैठक के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने तस्वीरें जारी कीं, जिनमें डल्लेवाल को नसों में ड्रिप के जरिए चिकित्सा सहायता लेते हुए दिखाया गया। कोहाड़ ने कहा कि बैठक का पहला दौर चंडीगढ़ में होगा और इससे अगला दौर दिल्ली में होगा।
26 जनवरी को किसान निकालेंगे ट्रैक्टर मार्च
किसान नेताओं ने कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, डल्लेवाल का अनिश्चितकालीन अनशन जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालने का किसानों का कार्यक्रम बरकरार है। पिछले साल 8, 12, 15 और 18 फरवरी को केंद्रीय मंत्रियों और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच चार दौर की बैठकें हुईं, लेकिन यह बातचीत बेनतीजा रही।