यूपी सरकार ने उन खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा है कि यूपीटीईटी परीक्षा की नई तिथि का ऐलान कर दिया गया है। कुछ मीडिया संस्थानों में 26 दिसंबर को परीक्षा के आयोजन की खबरें प्रसारित होने के बाद यूपी सरकार ने यह स्पष्टीकरण जारी किया। यूपी सरकार ने कहा कि अभी उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) की नई तिथि को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। गौरतलब है कि पेपर लीक होने के चलते रविवार को यूपीटीईटी परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।
सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘कुछेक मीडिया संस्थान द्वारा 26 दिसंबर को परीक्षा की नई तिथि घोषित किये जाने का समाचार चलाया जा रहा है। इस सम्बंध में सूचनार्थ है कि यूपीटीईटी की नई परीक्षा तिथि का अभी कोई निर्णय नही लिया गया है, भ्रामकता की स्थिति न उत्पन्न हो इसलिए ऐसी खबर न प्रसारित की जाए।’
टीईटी प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 13.52 लाख और टीईटी उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 8.93 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। टीईटी परीक्षा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेने जा रहे थे। परीक्षार्थियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए योगी सरकार ने उन्हें प्रवेश पत्र दिखाकर बसों से मुफ्त यात्रा की सुविधा दी है। नई तिथि पर परीक्षा देने में अभ्यर्थियों को दिक्कत न हो, इसके लिए सभी जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिया गया है।
यूपीटीईटी परीक्षा से एक दिन पहले शनिवार को ही मथुरा, गाजियाबाद, बुलंदशहर में व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर लीक किया गया था। रात भर प्रश्नों के उत्तर व्हाट्सऐप ग्रुप पर पहुंचाए गए थे। जांच में ये प्रश्न असल प्रश्न पत्र से मेल खा रहे थे। पेपर स्थगित करने के फैसले के बाद प्रशासन ने परीक्षा को एक महीने के भीतर करवाने का निर्देश दिया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि टीईटी का पर्चा लीक कराने वालों के घर पर बुलडोजर चलेगा। चाहें वह कोई भी क्यों न हो। सभी पर गैंगस्टर की कार्रवाई होगी और रासुका भी लगाएंगे। जो संदिग्ध फरार हैं, उन्हें भी गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि माफिया के सरपरस्त भस्मासुर हैं, इन्हें प्रश्रय न दें।
यूपी-टीईटी पेपर लीक प्रकरण में मेरठ एसटीएफ ने शामली से तीन आरोपियों को पर्चे के साथ दबोचा है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि पांच लाख रुपये में मथुरा के एक व्यक्ति से पर्चा खरीदा था। यहां दो-दो लाख रुपये में अभ्यर्थियों को नकल करानी थी। इसके अलावा प्रयागराज से 18, लखनऊ से चार और अयोध्या से तीन और कौशाम्बी से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से मोबाइल फोन और प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी मिली थी।