जर्मनी (Germany) के स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे सर्दी के अंत तक कोविड-19 से बचने के लिए वैक्सीनेट हो जाएंगे, वायरस से ठीक हो जाएंगे या वायरस की चपेट में आकर मर जाएंगे. मंत्री की चेतावनी ऐसे समय पर आई है, जब कई यूरोपीय देशों ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रतिबंधों को लागू कर दिया है. स्वास्थ्य मंत्री जैन्स स्पैन (Jens Spahn) ने कहा, शायद इस सर्दी के अंत तक जर्मनी में हर किसी को वैक्सीन लग जाएगी, वे ठीक हो जाएंगे और उनकी मौत हो जाएगी. आईसीयू में बेड्स भरने लगे हैं और इसे देखते हुए नए प्रतिबंधों को लागू किया जाने लगा है. इसमें क्रिसमस मार्केट को बंद करना शामिल है.
देश के उन इलाकों में जहां अस्पताल में भर्ती होने की दर अधिक है, वहां पर सिनेमाघरों, जिम और इनडोर डाइनिंग जैसे सार्वजनिक स्थानों पर बिना वैक्सीन लगवाए लोगों को बैन कर दिया जाएगा. जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल (Angela Merkel) ने चेतावनी दी कि जर्मनी के मौजूदा कोविड प्रतिबंध, जिसमें कुछ सार्वजनिक स्थानों पर बिना वैक्सीनेट लोगों के प्रतिबंध शामिल हैं. वे पर्याप्त नहीं हैं. मर्केल ने अपनी कंजर्वेटिव पार्टी के नेताओं संग बात करते हुए कहा, हमारे यहां हालात बेहद नाटकीय हैं, क्योंकि नए कोरोना मामले हर 12 दिन में दोगुना हो रहे हैं. इस वजह से स्वास्थ्य अधिकारी खासा चिंतित हैं.
जर्मनी में सोमवार को 30,643 नए मामले सामने आए. इस तरह देश में कुल संक्रमितों की संख्या 53 लाख से अधिक हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, अभी तक एक लाख लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है. पिछले 24 घंटे में 62 लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि कई अस्पतालों में हमारी बहुत, बहुत कठिन स्थिति है. दूसरी ओर, यूरोप में लगातार कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है. इस वजह से कई मुल्कों में लॉकडाउन (Lockdown in Europe) को लागू करना पड़ रहा है. वहीं, लॉकडाउन के खिलाफ लोगों का विरोध-प्रदर्शन भी देखने को मिला है. कई जगह हिंसक झड़प भी हुई है.
वहीं, ऑस्ट्रिया में पूरी तरह से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है, ताकि कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. देश से ये फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि हाल के सप्ताह में दैनिक मौतों की संख्या तीन गुना बढ़ गई है और अस्पतालों पर दबाव बढ़ता जा रहा है. कई राज्यों में अस्पतालों में दबाव इतना बढ़ गया है कि आईसीयू यूनिट्स खत्म होने की कगार पर हैं. अधिकारियों ने कहा कि लॉकडाउन कम से कम 10 दिनों तक चलेगी, लेकिन इसे 20 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है. यह ऑस्ट्रिया को पहला पश्चिमी यूरोपीय देश बना है जिसने वैक्सीन के व्यापक रूप से उपलब्ध होने के बाद से पूर्ण शटडाउन को फिर से लागू किया है.