महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में साल 2008 में हुए आतंकी हमले की आज 13वीं बरसी है. इस हमले को भारत के इतिहास का सबसे भयावह आतंकी हमला कहा जाना गलत नहीं होगा. साल 2008 में 26 नवंबर के दिन 10 पाकिस्तानी आतंकवादी समुद्र मार्ग से मुंबई पहुंचे थे और कई स्थानों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी जिसमें 18 सुरक्षाकर्मी समेत 166 लोग मारे गए थे. साथ ही कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे.बता दें, आज इस हमले की 13 बरसी के मौके पर मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में बने शहीद स्मारक में सुबह 9 बजे शहीद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. साथ ही सुबह 10.45 बजे गेटवे ऑफ इंडिया पर आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी जाएगी. कार्यक्रम में महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल समेत अन्य लोग शामिल होंगे.आतंकियों ने सबसे पहले रात 9.30 बजे छात्रपति शिवाजी रेलवे टर्मिनट पर गोलीबार की. आतंकियों ने एके47 से 15 मिनट गोलीबारी कर 52 लोगों की जान ले ली साथ ही 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. वहीं, इस बाद रात करीब 10.30 बजे विले पारले इलाके में एक टैक्सी को बम से आतंकियों ने उड़ा दिया था. इसमें टैक्सी ड्राइवर समेत एक यात्री की मौत हो गई थी. वहीं, इसके तुरंत 15 मिनट बाद बोरीबंदर से एक और टैक्सी को बम से उड़ा दिया जिसमें दो यात्रियों की मौत हो गई. वहीं, करीब 15 लोग घायल हो गए थे. आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल और नरीमव हाउस में भी हमला बोला. वहीं, सुरक्षा बलों ने 29 नवंबर की सुबह तक हमलावर 9 आतंकियों को मार गिराया था. वहीं, अजमल कसाब पुलिस गिरफ्त में था.