नई दिल्ली. दिल्ली में भी अब मंकीपॉक्स का एक संदिग्ध मरीज मिला है, जिसे LNJP अस्पताल में फिलहाल भर्ती करवाया गया है। वहीं मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है। व्यक्ति के सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे भेज दिया गया है। हालांकि, अभी तक इसकी कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है। बता दें कि, देश में अभी तक मंकीपॉक्स के 4 केस मिल चुके हैं। इनमें से 3 केरल और 1 दिल्ली में मिला है।
गौरतलब है कि, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) देश में मंकीपॉक्स के मामलों से निपटने के लिए टीकों की कुछ खेप के आयात को लेकर डेनमार्क की कंपनी बवेरियन नॉर्डिक के साथ बातचीत कर रहा है।
क्या है मंकीपॉक्स ?
मंकीपॉक्स दरअसल मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। वहीं मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी यह अन्य क्षेत्रों में भी पहुंच जाता है।