नई दिल्ली : पेरिस ओलंपिक के साथ खेलों का महाकुंभ 26 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। भारत के 117 खिलाड़ी भी ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए तैयार हैं। पेरिस ओलंपिक की शुरुआत के साथ, उन ओलंपिक रिकॉर्ड पर भी नजर रहेगी, जिनका टूटना बहुत मुश्किल है। ओलंपिक के ऐसे ही 10 रिकॉर्ड पर नजर डालते हैं। वेनेजुएला की युलिमार रोजास ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में महिला ट्रिपल जंप प्रतियोगिता में 15.67 मीटर की जंप लगाकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने रियो में सिल्वर मेडल जीता था। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने तीन दशकों से कायम वर्ल्ड रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
नॉर्वे के तेज दौड़ धावक कार्स्टन वारहोम ने भी टोक्यो ओलंपिक में पुरुष 400 मीटर बाधा दौड़ प्रतियोगिता में 45.64 सेकंड का समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। खास बात यह रही कि इस प्रतियोगिता में वारहोम का समय बाकी 18 प्रतिभागियों से काफी बेहतर था। टोक्यो ओलंपिक 2020 में अमेरिका की सिडनी मैकलॉघलिन-लेव्रोन ने भी 400 मीटर बाधा दौड़ प्रतियोगिता में 51.46 सेकंड समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। खास बात यह है कि सिडनी, ओलंपिक के बाद भी दो बार अपना रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं।
लंदन ओलंपिक 2012 में केन्या के मध्यम दूरी के धावक डेविड रुडिशा ने पुरुषों की 800 मीटर दौड़ में 1:40.91 (1 मिनट 41 सेकंड) समय निकाल वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। यह प्रदर्शन आज तक बेजोड़ है। लंदन ओलंपिक 2012 में जमैका की टीम ने 4×100 मीटर रिले दौड़ में 36.84 सेकंड का समय निकालकर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था। उसैन बोल्ट इस चैंपियन टीम का हिस्सा थे। अमेरिका की फ्लोरेंस ग्रिफ़िथ जॉयनर उर्फ फ्लो-जो ने 1988 में सियोल में हुए ओलंपिक गेम्स में 200 मीटर रेस में जो वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया, वह आज तक टूट नहीं सका है। फ्लो-जो ने 200 मीटर रेस में 21.34 सेकंड का समय निकाल इतिहास रच दिया था।
अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ओलंपिक के इतिहास के सबसे महान खिलाड़ियों में एक हैं। उनको सबसे महान ओलंपियन भी माना जाता है। उन्होंने बीजिंग ओलंपिक (2008) में इतिहास रच दिया, जब एक ही एथलीट के तौर पर सबसे ज्यादा पदक जीते। माइकल फेल्प्स ने इस खेलकुंभ में भाग ली गई सभी आठ स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने इनमें से सात स्पर्धाओं में विश्व रिकॉर्ड भी ध्वस्त कर दिए। जमैका के उसैन बोल्ट भी सर्वकालिक महान ओलंपिक खिलाड़ियों में एक हैं, जिन्होंने बीजिंग ओलंपिक में पुरुष 100 मीटर दौड़ में 9.69 सेकंड का समय निकालकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। बोल्ट इस रेस में इतना आगे निकल गए थे, कि लाइन पार करने से पहले से जश्न मनाने लगे थे। बोल्ट ने बाद में 2009 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया।
अमेरिका के लंबी कूद खिलाड़ी बॉब बीमॉन ने 1968 में मैक्सिको सिटी में हुए ओलंपिक गेम्स में 8.90 मीटर (29.2 फीट) की छलांग लगाते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था। इस जंप ने उनको न केवल गोल्ड मेडल दिलाया, बल्कि वह तत्कालीन रिकॉर्ड से भी दो फीट आगे निकल गए थे। बीमॉन के इस रिकॉर्ड के नजदीक अब तक कोई नहीं पहुंच सका है। अमेरिका के तैराक कैलेब ड्रेसेल ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में पुरुषों की 100 मीटर बटरफ्लाई प्रतियोगिता में 49.45 सेकंड का समय निकाल वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया था। उन्होंने पिछला वर्ल्ड रिकॉर्ड 0.05 सेकंड के समय से तोड़ दिया।