नयी दिल्ली: बाल दिवस के मौके पर सोमवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के स्कूली बच्चों ने प्रदूषण को लेकर 1000 खुला पत्र लिखा है जिसमें लोगों से बेहतर भविष्य बनाने के लिए ओट्रिविन ब्रीद क्लीन इनिशिएटिव की ‘पॉल्यूशन कैप्चर पेंसिल’ का उपयोग करने की गुजारिश की गई है।
एक्शन टू ब्रीद क्लीनर प्रोग्राम ने हाल ही में ‘पॉल्यूशन कैप्चर पेंसिल’ नामक अपनी नयी पहल की शुरुआत की घोषणा की थी, जिसने प्रदूषण अपशिष्ट उप-उत्पादों को बच्चों के लिए पेंसिल में बदला है। इस पहल के तहत लगभग एक हजार स्कूली बच्चों की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए लगभग 22 टिकाऊ और स्वयं सफाई वाले एयर प्यूरीफायर लगाए गए। इन एयर प्यूरीफायर से एकत्र किए गए प्रदूषण अवशेषों को फिर ग्रेफाइट के साथ मिलाकर ‘पॉल्यूशन कैप्चर पेंसिल’ बनाया गया।
दिल्ली- एनसीआर में स्कूली बच्चों द्वारा विशेष रूप से निर्मित और डिज़ाइन की गई इन पेंसिलों का उपयोग वयस्कों को 1000 से अधिक खुला पत्र लिखने के लिए किया गया है, जिसमें उन्हें बेहतर सांस लेने में मदद करने के लिए छोटे कदम उठाने का आग्रह किया गया था। इन 1000 खुले पत्रों के माध्यम से, बच्चों ने प्रदूषण से जुड़े अपने अनुभव को दुनिया के साथ साझा किया है और बताया कि वायु प्रदूषण उनके जीवन को कैसे प्रभावित कर रहा है तथा इस दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए छोटे बच्चों के रूप में वे क्या छोटे कदम उठा रहे हैं। हृदयस्पर्शी इन पत्रों में बच्चों के जीवन से व्यक्तिगत घटनाओं और उपाख्यानों को साझा किया गया है।