जबलपुर : मध्य प्रदेश में जबलपुर, डिंडोरी और मंडला के उपरी हिसों में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं तो वहीं दूसरी ओर नर्मदा नदी में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पानी को देखते हुए नर्मदा किनारे बसे शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।
रानी अवंति बाई लोधी सागर परियोजना (बरगी बांध) के वाटर लेवल को नियंत्रित करने के लिए आज खोल दिये गए। बांध से पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्र में नर्मदा नदी के जल स्तर में 30 से 36 फुट तक की बढ़ोतरी हो सकती है।
जबलपुर में बने बरगी डैम के 21 में से 15 गेट 1.76 मीटर की ऊंचाई तक खोलने का निर्णय परियोजना प्रशासन ने लिया है. कार्यपालन यंत्री (बरगी बांध) अजय सूरे ने बताया कि जलग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के कारण बरगी बांध का जलस्तर बढ़ता जा रहा है।
गुरुवार की दोपहर इसका वाटर लेवल 420 मीटर हो गया था. बांध का अधिकतम वाटर लेवल 422.76 मीटर है। फिलहाल बांध में 13 हजार घन मीटर जल की आवक हो रही है इसे देखते हुए आज गुरुवार 3 अगस्त की रात 8 बजे से लगभग 4 हजार 017 क्यूबिक ( 1 लाख 41 हजार 860 क्यूसेक) जल की निकासी की जायेगी।
कार्यपालन यंत्री सूरे के मुताबिक बांध से पानी छोड़े जाने से निचले क्षेत्र में नर्मदा नदी के जल स्तर में 30 से 36 फुट तक की बढ़ोतरी हो सकती। उन्होंने निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा नदी के घाटों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने का अनुरोध किया है. सूरे ने बताया कि बांध में पानी की आवक को देखते हुए जल निकासी की मात्रा घटाई या बढ़ाई भी जा सकती है।
बरगी डेम के गेट खोलने से जबलपुर के साथ नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, रायसेन, सीहोर, खंडवा जिले में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना को देखते हुए शासन-प्रशासन भी मुस्तैद है।