नई दिल्ली : भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां हर 5 साल में शांतिपूर्वक ढंग से चुनाव होता है और सत्ताधारी दल की परायज पर आसानी से सत्ता हस्तांतरण होता रहा है। इतनी आसान और शांतिपूर्ण प्रक्रिया के तहत नेतृत्व परिवर्तन होना दुनिया के कई देशों के लिए हैरानी और सीख वाली बात रही है। यही वजह है कि भाजपा ने दुनिया के कई देशों से 15 दलों को चुनाव देखने के लिए आमंत्रित किया है।
यह पहला मौका होगा, जब भारत से बाहर का कोई राजनीतिक दल देश में इलेक्शन देखने आएगा। इससे पहले भाजपा ने हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के चुनाव में विदेशी डिप्लोमैट्स को न्योता दिया था और चुनाव दर्शन पर भेजा था।
इस बार भाजपा ने दूसरे देशों के 15 दलों को बुलाया है। इन विदेशी पार्टियों के लोग 7 मई को तीसरे और 13 मई को चौथे चरण में चुनाव देखेंगी। इस दौरान विदेशी दलों के प्रतिनिधि चुनाव में उतरे कैंडिडेट्स से मुलाकात करेंगे, देश के अलग-अलग हिस्सों में जाएंगे और रैलियों एवं पार्टी की मीटिंग्स में हिस्सा लेंगे।
भाजपा सूत्रों के अनुसार यह प्रयास इसलिए किया गया है ताकि हम दुनिया को दिखा सकें कि भारत में डेमोक्रेसी कितनी वाइब्रेंट है। भाजपा सूत्रों ने कहा कि दुनिया देखना चाहती है कि इतने बड़े और अधिक आबादी वाले देश में कैसे चुनाव होते हैं। इसके अलावा दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा कैसे काम करती है। इसलिए हमने विदेशी प्रतिनिधियों को बुलाया है ताकि वे भारत में लोकतंत्र के दर्शन कर सकें।
भाजपा की विदेश विंग के प्रभारी विजय चौथाईवाले कहते हैं कि अब तक दुनिया के 15 देशों ने आने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भारत वाइब्रेंट डेमोक्रेसी है और हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है। इसके अलावा भाजपा सत्ता में है तो दूसरे देशों के राजनीतिक दल उसके कामकाज के बारे में भी जानना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों को दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय भी ले जाया जाएगा।
यहां उन्हें भारत में डेमोक्रेसी के बारे में बताया जाएगा। फिर उन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों में ले जाया जाएगा ताकि उन्हें जमीन पर उतरकर चुनाव देखने को मौका मिले। यही नहीं भाजपा की ओर से विदेशों में रहने वाले भारतीयों को भी चुनाव में वॉलंटियर के तौर पर काम करने के लिए बुलाया है।