लखनऊ : किसान सम्मान निधि से छूट गए लाभार्थियों के नाम तहसीलदार जुड़वाएंगे। किसानों को चिह्नित करने के लिए ग्राम स्तर पर शिविर लगाया जाएगा। कलेक्ट्रेट सभागार में किसान सम्मान निधि की प्रगति जानने के लिए बुलाई गई बैठक में डीएम ने इसके निर्देश दिए हैं। मौजूदा समय किसान सम्मान निधि के दायरे में आने वाले किसानों की संख्या 2 लाख 20 हजार है।
लाभार्थी किसानों का अभी केवाईसी अपमार्जित किया जाना है। इसके अलावा उनकी जमीनों का ब्योरा भी दर्ज किया जाना है। करीब 60 हजार के लगभग किसानों का केवाईसी होना है। 40 हजार की जमीनों का विवरण दर्ज किया जाना है। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने उन किसानों को योजना का लाभ देने का निर्देश दिया जो किन्हीं कारणों से छूट गए हैं। पांचों तहसीलों के तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों को प्राथमिकता के आधार पर ऐसे किसानों के नाम योजना में दर्ज करने का निर्देश दिया।
डीएम ने निर्देश दिया कि जनसेवा केन्द्रों और बैंकों के माध्यम से केवाईसी दर्ज की जाए। किसानों के आधार लिंक करने और डीबीटी सक्रिय करने के लिए एसडीएम, तहसीलदार और लीड बैंक प्रबंधक को निर्देश दिए गए हैं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल और कृषि विभाग के नोडल अधिकारी एके मिश्रा ने भी सम्बोधित किया।