अगरतला. त्रिपुरा में होने वाले विधानसभा चुनाव में कुल 259 उम्मीदवार मैदान में हैं। एक अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों ने 19 नामांकन पत्रों को रद्द कर दिया जबकि 32 प्रत्याशियों ने अपने पर्चे वापस ले लिए। त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 16 फरवरी को होगा और मतगणना दो मार्च को होगी। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 297 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आज़माई थी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) जी किरण कुमार दिनाकर राव ने एक प्रेस वार्ता में कहा, “चुनाव लड़ने के लिए 310 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। इनमें से 19 नामांकन पत्र प्रक्रियागत खामियों के चलते खारिज कर दिए गए।”उन्होंने कहा कि 32 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। बृहस्पतिवार को पर्चा वापस लेने का अंतिम दिन था। सीईओ ने कहा, ‘अब 259 उम्मीदवार मैदान में हैं।’
उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 55 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जबकि उसकी सहयोगी इंडीजेनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने छह सीट पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। गोमती जिले के अम्पीनगर विधानसभा क्षेत्र में आईपीएफटी अपनी सहयोगी भाजपा के साथ दोस्ताना मुकाबला लड़ेगी। सीईओ ने कहा कि माकपा अकेले 43 सीट पर चुनाव लड़ेगी, जबकि वाम मोर्चा के अन्य घटक – फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी और भाकपा – एक-एक सीट पर उम्मीदवार खड़े करेंगे। वाममोर्चा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने 13 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं।
सीईओ ने कहा कि पूर्व शाही परिवार के वंशज प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा द्वारा बनाए गए टिपरा मोथा ने 42 सीट पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। तृणमूल कांग्रेस ने 28 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि 58 निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनावी मैदान में हैं।