कराची: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में पोलियो टीम की सुरक्षा के लिए जा रहे पुलिस कर्मियों के ट्रक को निशाना बनाकर बुधवार को किए गए आत्मघाती हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 23 अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घायलों में 20 सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं। अधिकारी के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला तब हुआ, जब पोलिया टीकाकरण अभियान में शामिल कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस कर्मियों को ले जा रहा ट्रक क्वेटा के बलेली इलाके से गुजर रहा था।
‘डॉन’ अखबार ने क्वेटा के पुलिस उपमहानिरीक्षक गुलाम अजफर महेसर के हवाले से बताया, “हमला पुलिस ट्रक के पास हुआ, जिसके असर से पोलियो ड्यूटी में तैनात स्टाफ को सुरक्षा प्रदान करने जा रहे पुलिस कर्मियों का वाहन पलटकर खाई में गिर गया।” घटनास्थल पर संवाददाताओं से बातचीत में महेसर ने कहा, “अपराध स्थल के मंजर से और यह देखते हुए कि ट्रक पलट गया, अनुमान है कि हमले में 25 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया होगा।”
धमाके की चपेट में कुल तीन वाहन आए। उन्होंने कहा कि यह हमला एक आत्मघाती हमला था, क्योंकि मौके से एक आत्मघाती हमलावर के अवशेष बरामद हुए हैं और कम से कम तीन वाहन इसकी चपेट में आए। महेसर के मुताबिक, हमले में लगभग 20 पुलिस कर्मी और तीन नागरिक घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि घायल पुलिस कर्मियों में से दो की हालत गंभीर है।
‘जियो न्यूज’ के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस लक्षित हमले की निंदा करते हुए घटना की त्वरित जांच के निर्देश दिए हैं। प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने इस हमले की जिम्मेदारी है। टीटीपी ने दो दिन पहले ही सरकार के साथ संघर्ष-विराम को वापस लेते हुए अपने लड़ाकों से देशभर में हमले करने का आह्वान किया था। टीटीपी ने कहा कि यह हमला अगस्त में अफगानिस्तान में अब्दुल वली उर्फ उमर खालिद खुरासनी की हत्या के प्रतिशोध में किया गया है।