बिहार: बिहार में पुलों का का ढहने का सिलसिला जारी है। राज्य के सीवान और छपरा जिले में कल 5 पुल गिर गए । वहीं पिछले 𝟏𝟓 दिन में 𝟏𝟐 पुल गिर चुके हैं। इसे लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। सरकार और विपक्ष का आरोप-प्रत्यारोप कार्यक्रम भी शुरू हो चुका है। हालांकि जनता अभी भी वहीं है और उस अवरोध को पार करने के लिए पुल का इंतजार कर रही है। मिल रही जानकारी के मुताबिक पुल के नीच बह रही नदी में अत्याधिक मिट्टी कटाई की वजह से उसके पाए कमजोर हो गए और बरसात आते ही नदी के तेज प्रवाह से पुल ढह गए। हालांकि अबतक इन सभी घटनाओं में किसी जनहानि की ख़बर नहीं है। पुल गिरने के कारण गांव वालों का जीवन काफी प्रभावित हुआ है।
इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने आज सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा “नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार इसका दोष भी मुगलों, अंग्रेजों और विपक्षियों को ही देंगे। कल एक ही दिन में 𝟓 पुल ढहे। 𝟏𝟓 दिन में 𝟏𝟐 पुल गिर चुके है। पुलियों का कोई हिसाब-किताब नहीं।”इससे पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी नीतीश कुमार पर निशाना साधा था। उन्होंने मधुबनी और सुपौल के बीच भूतही नदी के ढहने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा “यह बिहार में 10 दिनों के भीतर ढहने वाला 10वां पुल है। मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल ढह गया। क्या आपको पता चला? यदि नहीं, तो क्यों? पता करने की कोशिश करें? ”
इस मामले पर बुधवार को समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों को पुराने पुलों की हालत को जानने का आदेश दिया। साथ ही रेगुलर निगरानी के आदेश दिए गए। इसके अलावा ग्रामीण कार्य विभाग को तुरंत मेंटेनेंस पॉलिसी बनाए जाने के ऑर्डर दिए गए।
इससे पहले भी पिछले साल 1700 करोड़ से तैयार किया जा रहा पुल 17 सेकेंड में ढह गया था। जिसके बाद उसका सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। बारिश आने से पहले ही पुल के ढहने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिसकी वजह से राज्य सरकार सवाल के घेरे में है।