नई दिल्ली : कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है, हिमाचल में कांग्रेस के 6 बागी विधायक और 3 निर्दलीय विधायक शनिवार को बीजेपी में शामिल हुए. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इन सभी विधायकों की ज्वाइनिंग करवाई. इन सभी 6 विधानसभा में 1 जून को चुनाव होना है.
अयोग्य ठहराए गए तीन इंडिपेंडेंट एमएलए ने शुक्रवार को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. इन 6 नेताओं के बीजेपी में शामिल होने से हिमाचल सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. अगर इन सब ही नेताओं ने बीजेपी में शामिल होने पर उपचुनाव में जीत दर्ज कर ली तो बीजेपी और कांग्रेस बराबरी पर आ जाएंगे.
हिमाचल प्रदेश के 6 बागी नेता सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, चेतन्य शर्मा और देविंदर कुमार भुट्टो और तीन निर्दलीय विधायक बीजेपी में शामिल हो गए है. इन नेताओं को सदन में बजट सत्र के दौरान उपस्थित न रहने पर स्पीकर ने अयोग्य ठहरा दिया था. चुनाव आयोग ने उनके निर्वाचन क्षेत्रों के लिए उपचुनाव की घोषणा की है. तीन निर्दलीय विधायक – आशीष शर्मा, होशियार सिंह और के.एल. ठाकुर ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनकी सीटों पर भी उपचुनाव होने की उम्मीद है.
होशियार सिंह ने संवाददाताओं से कहा, हमने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. हम भाजपा में शामिल होंगे और उसके टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पिछले महीने उस समय संकट में पड़ गई थी जब भाजपा ने इन नौ विधायकों के समर्थन के कारण राज्य की एकमात्र सीट के लिए राज्यसभा चुनाव जीत लिया था. हालांकि सीएम सुक्खू अपनी सरकार को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे है. लेकिन भाजपा उप-चुनाव में जीत के साथ उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. क्योंकि इससे सत्ताधारी पार्टी के और अधिक विधायकों को अपनी ओर आकर्षित किया जा सकता है.
फिलहाल हिमाचल में कांग्रेस के 34 विधायक हैं वहीं बीजेपी के 25 विधायक हैं. शनिवार को 9 विधायकों की बीजेपी में ज्वाइनिंग हो रही है और उन सभी सीटों पर उपचुनाव होंगे. यदि ये सभी 9 जीत जाते हैं तो उस स्थिति में बीजेपी के 34 विधायक हो जायेंगे.यानि कांग्रेस और बीजेपी बराबरी की स्थिति में आ जाएंगे.