अयोध्या: नेपाल के पोखरा से 2 पवित्र शालिग्राम शिलाएं रामनगरी अयोध्या पहुंच चुकी हैं। शिलाओं को देखकर राम भक्तों के चेहरे भी खिल गए हैं और जगह-जगह शिलाओं पर पुष्प वर्षा की जा रही है। अयोध्या पहुंचने से पहले ये शिलाएं मंगलवार (31 जनवरी) देर रात गोरखनाथ मंदिर पहुंची थीं, जहां भारी तादाद में मौजूद श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर पटाखे फोड़े थे और जय श्री राम के नारे लगाकर स्वागत किया था। पूजा-अर्चना के बाद बुधवार सुबह लगभग पौने 3 बजे अयोध्या के लिए इन शिलाओं को रवाना किया गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, ये शिलाएं 6 करोड़ वर्ष प्राचीन हैं। नेपाल के मुस्तांग जिले में शालिग्राम या मुक्तिनाथ (शाब्दिक रूप से “मोक्ष का स्थान”) के नजदीक एक स्थान पर गंडकी नदी में पाई गई 6 करोड़ वर्ष प्राचीन विशेष चट्टानों से पत्थरों के दो बड़े टुकड़े पिछले बुधवार (1 फ़रवरी) को नेपाल से रवाना किए गए थे और यही अयोध्या पहुंचे हैं। बता दें कि इसमें एक शिला का वजन 26 टन, दूसरी का 14 टन है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के दफ्तर प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने पहले जानकारी दी थी कि, ‘ये शालिग्राम शिलाएं 6 करोड़ वर्ष पुरानी हैं। विशाल शिलाएं दो अलग-अलग ट्रकों पर नेपाल से अयोध्या पहुंचेंगी। एक पत्थर का वजन 26 टन और दूसरे का वजन 14 टन है। इस पत्थर पर उकेरी गयी भगवान राम की बाल रूप की प्रतिमा को राम मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा, जो अगले साल जनवरी में मकर संक्रांति तक बनकर तैयार हो जाएगा।’