नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम के कुछ हिस्सों, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों और बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य भागों में आगे बढ़ गया है। इसके साथ ही यह मिजोरम, मणिपुर और नागालैंड के ज्यादातर हिस्सों में पहुंच चुका है।
वहीं, बुधवार को मानसून कर्नाटक के बेंगलुरु, चिकमगलूर और कारवार में पहुंच गया था। भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप की ओर अरब सागर से आने वाली मानसूनी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक कर्नाटक, केरल, माहे और लक्षद्वीप के तटीय और दक्षिणी अंदरूनी हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की है।
किन राज्यों में बारिश होती है?
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 5 दिनों तक आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग इलाकों में बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है और मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक राजस्थान, दक्षिण पंजाब और दक्षिण हरियाणा के लिए लू की चेतावनी जारी की है।
कैसा रहेगा इस साल मानसून?
मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि इस साल मानसून सामान्य रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत और दक्षिण पश्चिमी प्रायद्वीप के सबसे निचले क्षेत्र को छोड़कर इस बार पूरे देश में मानसूनी बारिश का वितरण एक समान रहेगा। गौरतलब है कि मौसम विभाग ने केरल में मानसून के 29 मई को ही आने की घोषणा की है, जबकि आमतौर पर मानसून 1 जून को केरल पहुंच जाता है।