भोपाल: वर्तमान में एक साथ पांच वेदर सिस्टम एक्टिव हैं और मानसून की सक्रियता भी बढ़ने लगी है। रविवार को इंदौर जबलपुर सहित 17 जिलों में मानसून प्रवेश कर गया है। ऐसे में अब इसमें तेजी आने के आसार है। हालांकि झमाझम वर्षा के लिए लोगों को अभी एक सप्ताह तक इंतजार करना पड़ सकता है। इसकी वजह बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर में किसी प्रभावी मौसम प्रणाली का सक्रिय नहीं होना है। इधर मौसम विभाग ने सोमवार को 10 संभागों में बारिश की संभावना जताई है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक ममता यादव ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में एक साथ पांच वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में ट्रफ के रूप में सक्रिय है तो दूसरा पूर्व-पश्चिम ट्रफ उत्तरी राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी बंगाल, असम से होकर मणिपुर तक बना हुआ है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी और हरियाणा-पंजाब में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बनने के साथ साथ दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान से मध्य अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इसके अलावा उत्तरी कर्नाटक से तमिलनाडु तक अन्य ट्रफ लाइन सक्रिय है। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय विभिन्न मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने से आ रही नमी के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। इससे दिन के तापमान में भी गिरावट हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार-मंगलवार को भी शहडोल, सागर, जबलपुर, भोपाल, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर एवं उज्जैन संभागों के जिलों में तेज हवा के चलने के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खंडवा,बैतूल, खरगोन, झाबुआ, रतलाम, डिंडोरी, अनूपपुर, मंडला, राजगढ़, नीमच एवं मंदसौर जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।