आम महोत्सव आम उत्पादकों व निर्यातकों के लिए वरदान साबित होगा

आम महोत्सव के सफल आयोजन से उत्तर प्रदेश को देश ही नहीं विदेश में भी मिलेगी और नयी पहचान

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार, कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह आज अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में उद्यान विभाग द्वारा आयोजित आम महोत्सव-2022 कार्यक्रम समापन समारोह में आम से संबंधित विभिन्न प्रतिभागियों को उनके उल्लेखनीय व उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर आम उत्पादकों को बाजार को देखते हुए नयी प्रजातियों का समावेश करने तथा नये शोध कार्यों को अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आम की भॉति ही अन्य फसलों के भी महोत्सव प्रदेश में कराये जायेगें। जिससे किसानों को अच्छा बाजार मिलेगा और नई-नई तकनीकों से परिचित होगें। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आम क्लस्टर की स्थापना एवं उसकी आधार भूत सुविधाओं के सृजन के लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड, भारत सरकार द्वारा जनपद लखनऊ के लिए स्वीकृत किया गया। इस क्लस्टर के माध्यम से किसानों की आय में वृद्धि एवं गुणवत्तायुक्त प्रसंस्कृत उत्पाद आधारित इकाईयों की स्थापना हो सकेगी।

उद्यान मंत्री ने कहा कि आम महोत्सव से आम उत्पादकों व निर्यातकों के लिए वरदान साबित होगा। आम महोत्सव के सफल आयोजन से उत्तर प्रदेश को देश ही नहीं विदेश में भी और नयी पहचान मिलेगी। उन्होंने इस आम महोत्सव के सफल आयोजन के लिए अन्य विभागों तथा विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों का आभार प्रकट किया। उद्यान मंत्री ने महोत्सव के अवसर पर सर्वाधिक 16 पुरस्कार श्री इकबाल अहमद, मलिहाबाद तथा राजकीय प्रजनन उद्यान काशीपुर उत्तराखण्ड, एवं श्री मोहम्मद इलियास मलिहाबाद, द्वारा 11-11 पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर आम उत्पादकों को पुरस्कार वितरित किया गया तथा आम महोत्सव में सबसे अधिक प्रजातियों एवं प्रदर्शो को प्रदर्शित करने के लिए निदेशक, सी.आई.एस.एच., उत्तराखण्ड एवं मध्यप्रदेश से आये प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया।

आम महोत्सव के चौथवें अन्तिम समापन दिवस में मुख्य अतिथि माननीय उद्यान मंत्री जी, द्वारा आम के विभिन्न प्रजातियों की 07 श्रेणियों में एवं 46 वर्गों की प्रतियोगिता में 40 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 106 पुरस्कार तथा आम आधारित संरक्षित उत्पादों की प्रतियोगिता के 11 वर्गों के 19 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 25 पुरस्कार तथा आम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श के विजेता श्री राव तल्हा फरहत आर्यनगर बेहट रोड सहारनपुर को लंगड़ा प्रजाति के प्रदर्श प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श का पुरस्कार तथा चौसा एवं लंगड़ा प्रजाति के प्रदर्शन के लिए दो प्रथम पुरस्कार प्रदान किये गये।
निदेशक उद्यान डॉ0 आर0के0 तोमर ने बताया कि चार दिनों तक चले इस आम महोत्सव में 07 श्रेणियों के 58 वर्गो में आम की विभिन्न प्रजातियों तथा उनके प्रसंस्कृत उत्पादों की प्रतियोगितायें आयोजित की गई। जिसमें आम की लगभग 700 से अधिक प्रजातियों के अलग-अलग संस्थाओं, विभागों एवं निजी उत्पादकों द्वारा 1390 नमूने प्रदर्शित किये गये। महोत्सव में जहां एक ओर आम की विभिन्न प्रजातियों में 613 प्रतिभागियों द्वारा 1390 नमूने प्रदर्शित किये गये है वहीं दूसरी ओर आम के संरक्षित पदार्थ वर्ग मेें 78 प्रतिभागियों द्वारा 273 नमूने प्रदर्शित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार से महोत्सव में कुल 691 प्रतिभागियों द्वारा 1663 नमूने प्रदर्शित किये गये हैं। इस महोत्सव में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, उद्यान विभाग के औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्रों बस्ती, सहारनपुर एवं मलिहाबाद- लखनऊ तथा विभिन्न प्रान्तों से आये प्रतिभागी संस्थाओं तथा प्रगतिशील बागवानों के द्वारा अपने-अपने संस्थानों/बागों में उत्पादित प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया है। जिसमें बागवानों एवं लघु उद्यमियों द्वारा बड़ी संख्या में हिस्सा लिया गया। बागवानों द्वारा स्वयं आम की विभिन्न प्रजातियों के पौधे तथा आम के संरक्षित पदार्थो की बिक्री हेतु 100 से अधिक स्टाल लगाये गये है। प्रदर्शनी में केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेड़ा लखनऊ द्वारा सर्वाधिक 211 आम की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन तथा प्रदर्शनी आयोजन में सभी तकनीकी सत्रों में सहयोग देने केे लिए निदेशक केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेड़ा लखनऊ को विशिष्ट मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।

आम महोत्सव 2022 के चतुर्थ दिवस में किसानों, उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, छात्रों के समक्ष खाद्य प्रसंस्करण के महत्व एवं रोजगार सृजन में योगदान विषय पर एक दिवसीय तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में संचालन संयुक्त निदेशक (शाकभाजी) डा0 विजय बहादुर द्विवेदी की अध्यक्षता में किया गया कार्यशाला में डा0 वी0पी0 राम संयुक्त निदेशक, खाद्य प्रसंस्करण द्वारा प्रसंस्कृत उत्पादों की उपयोगिता पर विस्तृत प्रकाश डाला गया उत्तर प्रदेश खाद्य प्रसंस्करण नीति 2017 पर व्याख्यान डा0 एस.के. चौहान, निदेशक, आर0 फ्रैक द्वारा जिसमें उन्होनें अवगत कराया कि प्रदेश में उपलब्ध फल, शाकभाजी, दुग्ध, बेकरी, खाद्य दलहन, तिलहन, कोल्डचैन आधारित विभिन्न प्रकार के खाद्य प्रसंस्करण इकाईयों के स्थापना के असीमित अवसर है। डा0 एम0 सी0 तोमर, वरिष्ठ वैज्ञानिक, द्वारा डिहाइड्रेसन एवं परम्परागत विधि से आम सूखाने की विधाओं पर व्याख्यान दिया। आम उत्पादों को तैयार किया जाना एवं उनकी संरक्षण विधाओं पर व्याख्यान श्री हरीश कुमार, चीफ इन्सट्रक्टर लखनऊ द्वारा एवं आम के मूल सम्वर्धन के लिए उपयोगी प्रसंस्करण तकनीकियों की जानकारी डा0 अशीष कुमार जाटव, बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी द्वारा दिया गया।

इस विषय पर राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड भारत सरकार के प्रतिनिधि श्री प्रिंस त्रिपाठी द्वारा विस्तृत जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत सूक्ष्म उद्योग लगाने के लिए 35 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जाता है। इसके अतिरिक्त यदि एफ.पी.ओ. इम्फ्रास्ट्रक्चर की स्थापना के इच्छुक हो उन्हें 35 प्रतिशत अनुदान अधिकतम धनराशि रूपयें 3 करोड रूपयें तक सहायता उपलब्ध है। इन योजनाओं के प्रस्ताव किस प्रकार तैयार किये जायेंगें के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी श्री बृज विहारी शुक्ला, कन्सलटेन्ट द्वारा उपलब्ध कराई गई। कार्यशाला मंें प्लान्ट मशीनरी निर्माता एजेन्सियों के प्रतिनिधियों द्वारा भी विभिन्न प्रकार की मशीनों यथा मैंगों पलपर, स्लाइसे, हाड्रोलिक, जूसप्रेस, वशिंग मशीन, ब्वायलर, पोर्टेबेल मल्टीपरपज प्रोसेसिंग मशीन, केला पकाने की मशीन आदि की तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराई गई। अन्त में सभी का आह्रवान किया गया कि प्रदेश में अधिक से अधिक खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योग स्थापित कराने के प्रयास किये जाये जिससे प्रदेश के किसानों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।

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