नई दिल्ली। महंगाई, बेरोजगारी और GST के मुद्दे पर संसद में हंगामे के करने के लिए राज्यसभा और लोकसभा (Rajya Sabha and Lok Sabha) दोनों सदनों से 27 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित सांसद फिलहाल गांधी प्रतिमा के नीचे धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं। यह धरना बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू हुआ है जो शुक्रवार दोपहर 1 बजे तक जारी रहेगा। धरने पर बैठे 27 सांसदों में से 7 महिला सांसद हैं।
आपको बता दें कि महंगाई, बेरोजगारी पर हंगामे के बाद राज्यसभा से निलंबित सांसदों का 50 घंटे का प्रदर्शन जारी है। विपक्ष के सांसद संसद भवन के बाहर डटे हुए हैं। इसी बीच सांसदों के विरोध प्रदर्शन की कई तस्वीरें और खबरें सामने आ रही हैं। एक दिन पहले सांसदों की चाय से लेकर नाश्ते फिर लंच और डिनर के बारे में खबर और तस्वीर सामने आई थी। अब गुरुवार रात की तस्वीर सामने आई है। इसमें विपक्षी सांसद मच्छरदानी लगाकर सोए हुए दिख रहे हैं। सामने पंखे भी लगे हैं। तस्वीर में आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह सोते हुए दिखाई दे हैं। तस्वीर में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, सुष्मिता देव और मौसम बेनजीर नूर भी दिखाई दे रहे हैं।
वहीं एक दिन पहले कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने एक वीडियो ट्वीट किया था। इसमें एक सांसद के हाथ में मच्छर बैठा हुआ दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है, उस रात धरना दे रहे सांसद मच्छरों से परेशान दिखे। जैसे-तैसे मॉर्टिन जलाकर उन्होंने रात बिताई, लेकिन अगले ही दिन उनके लिए मच्छरदानी की व्यवस्था की गई।
सांसदों के धरने के लिए खास भोजन की व्यवस्था की जा रही है। इसमें दही-चावल, इडली-सांभर, चिकन तंदूरी से लेकर गाजर का हलवा और फल शामिल हैं। धरने में बैठे लोगों के लिए भोजन की जिम्मेदारी के लिए विपक्षी दलों ने एकजुटता और राजनीतिक प्रदर्शन के रूप में ड्यूटी रोस्टर भी बनाया है। यह रोस्टर अब वॉट्सएप ग्रुप्स में खूब प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें सभी को दिन की व्यवस्था के बारे में जानकारी दी जा रही है।
सोमवार और मंगलवार को निलंबित किए गए सांसदों में टीएमसी के सात, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के छह, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के तीन, भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी मार्क्सवादी (सीपीआईएम) के दो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), आम आदमी पार्टी (आप) के एक-एक सांसद शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाली पार्टियों में टीएमसी, डीएमके, आप, टीआरएस, सपा, शिवसेना, सीपीआईएम, सीपीआई, जेएमएम और केरल कांग्रेस शामिल हैं।