लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल दिशा निर्देशन में उ०प्र० राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन व उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरोशन के मध्य समन्वय स्थापित करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में गठित स्वयं सहायता समूहों से विद्युत सखी का चयन कर उनके माध्यम से विद्युत बिल कलेक्शन का कार्य कराया जा रहा है। जिससे एक और पॉवर कॉरपोरशन को बिल कलेक्शन में बढ़ोत्तरी हो रही है, वहीं दूसरी ओर समूह की महिलाओं को सुनिश्चित रोजगार प्राप्त हो रहा है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार समूह सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्र में रू0 2000 तक के प्रति बिल संग्रह पर रू0 20 तथा शहरी क्षेत्र में रू0 12 प्रदान कमीशन के रूप में धनराशि प्रदान की जाती है। समूह सदस्यों को ग्रामीण क्षेत्र के रू0 2000 से अधिक बिल संग्रह पर 1 प्रतिशत तथा शहरी क्षेत्र में 0.4 प्रतिशत कमीशन के रूप में धनराशि प्रदान की जाती है। विद्युत बिल कलेक्शन के कार्य के लिए समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित कर बिल कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है। बिल कलेक्शन के कार्य हेतु प्रदेश के 75 जनपदों के 826 विकासखण्डों को 15427कलस्टर में बाँटा गया है। इन विद्युत सखियों को विद्युत विभाग के द्वारा थर्मल प्रिंटर पर बिल कलेक्शन का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। प्रशिक्षण के उपरान्त विदयुत राखियों द्वारा बिल कलेक्शन का कार्य किया जा रहा है।
राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन एवं उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि0 के मध्य विभिन्न चरणों में योजना की शुरूआत व विस्तारिकरण करने हेतु समय समय पर अनुबंध किये गये। प्रथम एम ओ यू वर्ष 2020 को 8 जनपदों लखनऊ, बाराबंकी, हरदोई, प्रतापगढ़, मथुरा, गोरखपुर, उन्नाव एवं बरेली में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में किया गया हैऔर इस पायलट फेज के सफल संचालन के पश्चात दिनांक मार्च2021 को प्रदेश के समस्त 75 जनपदों हेतु एम ओ यू किया गया है। सभी जनपदों में कार्य नोडल सीएलएफके माध्यम से किया गया। तृतीय एम ओ यू दिनांक नवम्बर-2021 मे यूपीएसआरएलएम व यूपीपीसीएल एवं आईसीआईसीआई बैंक के मध्य किया गया। इस एम ओ यू के अंतर्गत राज्य में 15427 क्लस्टर बन कर 15427 विद्युत सखियों के चयन उपरान्त मोबाइल ऐप (विद्युत सखी) पर कार्य प्रारंभ किया जा रहा है।
वर्तमान समय में सक्रिय रूप से कार्य कर रही 9288 विद्युत सखियों द्वारा कुल लगभग रु216 करोड़ का विधुत बिल कलेक्शन किया जा चुका है जिसके सापेक्ष विदयुत सखियों को लगभग रु 2.60 करोड़ का कमीशन प्राप्त हो चुका है।