नयी दिल्ली: सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना-पीएमजीकेएवाई को अक्टूबर से तीन महीने के लिए बढा दिया है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना दिसम्बर तक बढाई गई है। योजना के तहत हर व्यक्ति को 5 किलो राशन उपलब्ध कराई जाएगी। उनका कहना था कि इन तीनों महीनों में दशहरा से दीपावली और क्रिसमस जैसे कई त्योहार पड़ रहे हैं और इसे देखते हुए यह योजना बढाई गई है।
उन्होंने कहा “इस योजना पर 122 लाख टन अनाज गरीबों को दिया जाएगा और इस पर 44762 करोड रुपए का इस पर खर्च आएगा। यह योजना पहले की तरह ही लागू रहेगी।” उल्लेखनीय की है यह योजना कोरोना महामारी के दौरान शुरु की गई थी ताकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को निशुल्क अन्न उपलब्ध कराया जा सके। इस योजना को तब से कई बार विस्तार दिया जा चुका है और अब इसे फिर इस साल के आखिर तक बढाया गया है।
पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत लाभार्थियों को हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त दिया जाएगा. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत देश के गरीब लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा दी जा रही है. फेज 7 के अंतर्गत अगले तीन महीने के लिए मुफ्त राशन की सुविधा दी जा रही है. इसका ऐलान बुधवार को किया गया. प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुफ्त राशन वितरण का निर्णय लिया गया. इस योजना के लिए सरकार एक अनुमान के तौर पर 44,762 करोड़ रुपये की सब्सिडी देगी. इस योजना के तहत अनुमानतः 122 लाख मीट्रिक टन अनाज का वितरण होगा.
सरकार का ऐलान
कैबिनेट मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुफ्त राशन के फैसले के बारे में जानकारी दी. इसी के साथ सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में भी 4 फीसद की बढ़ोतरी की गई है. इसका फैसला भी बुधवार की कैबिनेट बैठक में लिया गया. इस फैसले से 50 लाख कर्मचारियों और 62 लाख पेंशनर्स को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा. सरकार जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ते का ऐलान करती है. इस हिसाब से 4 परसेंट बढ़े हुए डीए का फायदा 1 जुलाई से जोड़कर दिया जाएगा.
क्या कहा सरकार ने
आधिकारिक बयान के अनुसार, ऐसे समय में जब दुनिया कोविड महामारी और अन्य कारणों से उत्पन्न विभिन्न समस्याओं से जूझ रही है, भारत ने आम लोगों के लिए चीजें सुलभ रखने को लेकर आवश्यक कदम उठाते हुए कमजोर वर्गों के लिए खाद्य सुरक्षा को सफलतापूर्वक बनाए रखा है.
इसमें कहा गया है, महामारी के दौरान लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है. इसको देखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) तीन महीने के लिए बढ़ाने का फैसला किया है ताकि गरीब और समाज के वंचित तबके को त्योहारों के दौरान मदद मिले और कोई समस्या नहीं हो.
2020 में शुरू की गई थी फ्री राशन योजना
योजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून (एनएफएसए) के अंतर्गत आने वाले सभी लाभार्थियों को हर महीने पांच किलो अनाज प्रति व्यक्ति दिया जाता है. ठाकुर ने कहा कि सरकार ने पीएमजीकेएवाई के अप्रैल, 2020 में शुरू होने के बाद अबतक इसपर 3.45 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं. उन्होंने कहा कि योजना को तीन महीने के लिए बढ़ाए जाने से अतिरिक्त 44,762 करोड़ रुपये खर्च होने से इस पर कुल व्यय लगभग 3.91 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा.
ठाकुर ने कहा कि एक अक्टूबर से तीन महीने के दौरान गरीबों को 122 लाख टन खाद्यान्न (PMGKAY) मुफ्त उपलब्ध कराया जाएगा. कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन से प्रभावित गरीबों को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना अप्रैल, 2020 में लाई गई थी.