लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कॉलेज इस साल बीटेक समेत अन्य कोर्सों की फीस नहीं बढ़ा सकेंगे। योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले वर्ष की फीस ही इस बार भी लागू रखने का आदेश दिया है। प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने यह जानकारी दी है। यूपी सरकार ने बीटेक की फीस पिछले पांच सालों से नहीं बढ़ाई है।
पटेल ने बताया कि प्रवेश और फीस नियमन समिति द्वारा उपलब्ध कराए गए प्रस्ताव और यूपीपीसीए और अन्य अभियंत्रण संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत प्रत्यावेदनों पर विचार करने के बाद तय किया गया कि 2018-19 में (सत्र 2018-19, 2019-20 एवं 2020-21) में तीन वर्षों के लिए तय ‘मानक शुल्क’ और ‘मानक शुल्क से इतर शुल्क’ को 2021-22 की तरह ही इस बार भी यथावत ही रखा जाएगा।
पिछले वर्ष फीस का पुनर्निर्धारण होना था लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण पुरानी फीस ही लागू कर दी गई। इस वर्ष भी फीस वही रहेगी,यह निर्णय एक वर्ष के लिए किया गया है। प्रदेश में स्थित निजी कॉलेजों की फीस उनके आय-व्यय के हिसाब से तय होती है। प्रदेश सरकार ट्यूशन फीस तय कर देती है। संस्थाएं अन्य मदों में शुल्क ले सकती है लेकिन ट्यूशन फीस सरकार ही तय करती है। मसलन, बीटेक की ट्यूशन फीस 55,000 प्रति सेमेस्टर है और संस्थाएं इससे ज्यादा शुल्क नहीं वसूल सकती।