नई दिल्ली। बटर मिल्क (Buttermilk) भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला पेय पदार्थ है. बटर मिल्क या छाछ को दूध के मथने के बाद मक्खन से अलग कर निकाला जाता है. बटर मिल्क में चीनी की मात्रा कम होती है इसलिए यह डायबिटीज (diabetes) वाले रोगियों के लिए फायदेमंद है. बटर मिल्क में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस (Magnesium and Phosphorus) भी पाया जाता है. इसमें कैलोरीज़ की मात्रा भी कम होती है और साथ ही यह खाने के साथ पेट भरने में भी मदद करता है.
इसे पीने से पेट भरा रहता है इसलिए एक्स्ट्रा कैलोरीज भी नहीं जातीं. डायबिटीज के रोगी के लिए पूरी तरह से सुरक्षित पेय है. आइए जानते हैं छाछ पीने से डायबिटीज के रोगियों के शरीर पर क्या असर पड़ता है. छाछ पीने के डायबिटीज मरीजों को क्या लाभ मिल सकते हैं?
शुगर फिट डॉट कॉम के मुताबिक डायबिटीज वाले मरीजों (patients with diabetes) को खाने को लेकर बहुत सारे प्रतिबंध होते हैं. कुछ भी खाने से पहले उनको यह सोचना पड़ता है कि क्या यह उनके लिए सुरक्षित है या नहीं. बटर मिल्क एक ऐसा पेय पदार्थ है जिसको वो बिना सोचे समझे पी सकते हैं. डायबिटीज वाले मरीज को बटर मिल्क के बहुत सारे लाभ मिलते हैं.-बटर मिल्क में ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा कम होती है. जो डायबिटीज वाले रोगियों के लिए एक अच्छी बात है.
-इसको डायबिटीज वाली महिला जो प्रेग्नेंट (Pregnant) है वो भी ले सकती हैं और यह उनके लिए भी एकदम सुरक्षित है.-बटर मिल्क में पोटेशियम की मात्रा होने से यह कोलेस्ट्रॉल (cholesterol) को नियंत्रित रखता है. बटर मिल्क डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर दोनों प्रकार के रोगियों के लिए मददगार है.-बटर मिल्क में फैट की मात्रा कम होती है जो वजन को बढ़ने से रोकती है.-बटर मिल्क में जिंक की मात्रा होने के कारण यह घाव को भरने में मदद करता है. जो डायबिटीज के रोगी के लिए फायदेमंद है.-बटर मिल्क में लैक्टिक एसिड (lactic acid) होता है जो खाने को पचाने में मदद करता है.
-बटर मिल्क हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है. बटर मिल्क शरीर को तरोताजा बनाता है. यह आसानी से पच जाता है.-बटर मिल्क ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है. यह आंतो के स्वास्थ के लिए लाभ दायक है. बटर मिल्क में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने की वजह से यह डायबिटीज वाले रोगियों के लिए ज़रूरी है.