नई दिल्ली. जहां एक तरफ अयोध्या (Ayodhya) में भव्य और दिव्य दीपावली बनाने हेतु वृहंगम दीपोत्सव की तैयारियां अब पूरी हो चुकी हैं। वहीं इस बाबत PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कल यानी नरक चतुर्दशी के दिन अयोध्या दौरे पर होंगे। वहीं अब प्रधानमंत्री के रविवार को होने वाले अयोध्या दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
इस ख़ास मौके पर पुलिस साकेत इंटर कॉलेज, राम कथा पार्क और राम की पैड़ी के आसपास सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद की गयी है। टी कार्यक्रम के अनुसार साकेत इंटर कॉलेज में बने हेलीपैड पर PM मोदी का हेलीकॉप्टर उतरेगा, यहां से कार्यक्रम स्थल जाने वाले मार्गो पर यातायात को व्यवस्थित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। इस दौरान पूरा इलाका दूसरे वाहनों के लिए प्रतिबंधित रहेगा। बता दें कि PM मोदी के आगमन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए SPG की एक ख़ास टीम अयोध्या पहुंच चुकी है।
इस बार अयोध्या रामकथा पार्क में आयोजित किए जा रहे हैं। दीपोत्सव कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय मेहमानों, राजनयिकों, केंद्रीय मंत्रियों और मशहूर हस्तियों के शामिल होने की भी उम्मीद है। अयोध्या में इस बार दीपोत्सव पर 17 लाख मिट्टी के दीये जलाकर पिछले साल का रिकॉर्ड भी तोड़ा जाएगा। इस बार दीपोत्सव में अलग 10 देशों की रामलीला समेत 8 प्रदेशों की रामलीला का भी मंचन होगा। इसके अलावा 11 तरह की भव्य झांकियां भी होंगी जोकि दीपोत्सव में चार चांद लगा देंगी। इसके अलावा लेजर शो के जरिए भगवान राम के जीवन से संबंधित रोचक दृश्य दिखाए जाएंगे, जिन्हें देखकर लोगों भगवान राम के जीवन से जुड़ी कई जरुरी जानकारी जान सकेंगे।
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आगामी 23 अक्टूबर यानी रविवार को अयोध्या (Ayodhya) जाएंगे और वे यहां होने वाले शानदार दीपोत्सव कार्यक्रम में भी वे शामिल होंगे। इसके साथ ही तब PM मोदी रामलला के दर्शन करेंगे और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र साइट का अवलोकन भी खुद करेंगे। फिर इसके बाद PM मोदी श्रीराम कथा पार्क में भगवान श्रीराम के राज्य अभिषेक के साक्षी बनेंगे और सरयूजी के नए घाट पर होने वाले प्रमुख आरती कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि, इस बार अयोध्या में यह छठवां दीपोत्सव मनाया जा रहा है। हमेशा की तरह इस बार भी रिकॉर्ड दीपों को जलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जाने वाला है। लेकिन इस बार 17 लाख दीपक जलाने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं आगामी 14 जनवरी 2024 को रामलला विराजमान होंगे और भव्य राम मंदिर में उनके दर्शन भी शुरू होंगे। इसके साथ ही यहां उनका दर्शन और पूजन शुरू हो जाएगा। इससे पहले दिसंबर 2023 तक मुख्य मंदिर का भव्य निर्माण भी पूरा हो जाएगा।