बेंगलुरु: कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस ने जहां मंदिर के गर्भगृह में पूजा की अनुमति देने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को देने की कोशिश की, वहीं भाजपा ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी राम मंदिर के निर्माण और रामजन्मभूमि आंदोलन के खिलाफ थी।
कांग्रेस विधायक बासवराज रायरेड्डी ने कहा कि यह उनकी पार्टी थी, जिसने बाबरी मस्जिद के अंदर राम मंदिर के दरवाजे खोले और श्री राजीव गांधी ने इसके अंदर पूजा की अनुमति दी, इसके बाद विवाद छिड़ गया। उधर, भाजपा महासचिव सी.टी. रवि ने अदालतों में राम सेतु का अस्तित्व में नहीं होने वाले हलफनामा दाखिल करने के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
वहीं भाजपा विधायक भरत शेट्टी ने कहा, “कांग्रेस हमेशा राम जन्मभूमि आंदोलन और अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ थी।” उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले हिंदुओं को खुश करने के लिए कांग्रेस ऐसी टिप्पणियां कर रही है। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने 2019 में एक ऐतिहासिक फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर एक ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के निर्माण की अनुमति दी थी।