लखनऊ : यूपी पुलिस इस बार अपने बूते नगर निकाय चुनाव कराने की तैयारियों में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि इस महीने के आखिरी हफ्ते से शुरू करके 15 जनवरी 2023 के बीच चुनाव कराए जा सकते हैं। ऐसे में अब पुलिस के पास तैयारियों के लिए ज्यादा समय भी नहीं है। डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के बताया कि पिछले नगर निकाय चुनाव के दौरान केंद्र सरकार ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) उपलब्ध कराया था। सीएपीएफ की मांग इस बार भी की गई है लेकिन इसके मिलने की संभावना कम है।
माना जा रहा है कि तीन चरणों में चुनाव होने की स्थिति में पुलिस के सामने ज्यादा बड़ी चुनौती नहीं आएगी। पुलिस अपने मौजूदा संसाधनों से ही सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध कर लेगी। केवल दो चरणों में चुनाव होने पर पुलिस के सामने दिक्कतें आ सकती हैं। इस चुनाव में बूथों की संख्या ज्यादा होने से ज्यादा पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ती है।
इस बार कुल 762 नगरीय निकायों में चुनाव होने हैं। इनमें 17 नगर निगम, 200 नगर पालिका परिषद और 545 नगर पंचायतें शामिल हैं। इन सभी नगरीय निकायों में 13965 वार्ड हैं, जिनमें पार्षद या सदस्य के पदों पर चुनाव होने हैं। डीजीपी मुख्यालय ने चुनाव में संवेदनशीलता की दृष्टि से मतदान केंद्रों और बूथों का चयन करा लिया है। आयोग के साथ बैठकों में ऐसे केंद्रों पर सुरक्षा प्रबंधों के मानक पर भी चर्चा हो चुकी है। चुनाव में पुलिस, पीएसी और होमगार्ड्स के स्वयं सेवकों की तैनाती की जाएगी। जोन व रेंज स्तर से पुलिस कर्मियों की तैनाती के प्रबंध भी किए गए हैं। प्रदेश सरकार का दबाव है कि चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण होना चाहिए।
चुनाव में किसी भी तरह के विवाद की स्थिति न आने देने की हिदायत दी गई है। ऐसे में सुरक्षा प्रबंधों में ज्यादा से ज्यादा जनसहभागिता के प्रयास भी किए गए हैं। पुलिस के सी-प्लान एप से इस बार लगभग 10 लाख लोगों को जोड़ा जाएगा, जो किसी भी तरह की अफवाहों को रोकने में मददगार होंगे।