नई दिल्ली: चीन और ताइवान के बीच लगातार तनाव की स्थिति बनी हुई है. चीन ताइवान पर लगातार अपनी धौंस जमाने में लगा रहता है. हालांकि ताइवान ने चीन के आगे झुकने से साफ इनकार करता है. यही वजह है कि चीन लगातार अपनी हरकतों से ताइवान को डराने का प्रयास करता रहा है. चीन ने एक बार फिर ताइवान धौंस दिखाने का प्रयास किया है. बताया गया कि चीन की सेना ने शक्ति प्रदर्शन के तहत लड़ाकू विमान और पोत ताइवान की ओर भेजे हैं.
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने आज यानी बृहस्पतिवार को जानकारी देते हुए बताया कि चीन ने 24 घंटे के अंदर 39 लड़ाकू विमान और तीन पोत ताइवान की तरफ भेजे हैं. गौरतलब है कि चीन स्वशासित ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है. चीन ने हाल के कुछ वर्षों में ताइवान को लेकर अधिक आक्रामक रुख भी अपनाया है. वहीं ताइवान का स्पष्ट रुख रहा है कि वो अपनी संप्रभुता के साथ कोई समझौता नहीं करेगा.
चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) लगभग रोजाना ताइवान की ओर अपने विमान व पोत भेजते हैं. ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के मुताबिक बुधवार सुबह छह बजे से बृहस्पतिवार सुबह छह बजे के बीच 30 चीनी विमानों ने ताइवान जलडमरूमध्य सीमा को पार किया, जो चीन और ताइवान को अलग करती है. चीन के इस रुख के बाद के बाद क्षेत्रीय शांति को भी खतरा पैदा हो गया है.
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन विमानों ने ताइवान के दक्षिण-पश्चिम की तरफ उड़ान भरी और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर चले गए. इन लड़ाकू विमानों में 21 जे-16 लड़ाकू विमान, चार एच-6 बमवर्षक विमान और दो अन्य विमान शामिल थे. गौरतलब है कि चीन अपनी विस्तारवादी नीति के तहत लगातार पड़ोसी देशों की सीमा पर घुसपैठ का भी प्रयास करता रहता है. भारत चीन सीमा (LAC) पर भी चीन की नापाक हरकतें जगजाहिर हैं. हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में चीन के घुसपैठ की नापाक कोशिश को भरतीय जवानों ने नाकाम किया था. उसके बाद अब ताइवान के साथ चीन की यह हरकत क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है.