नई दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए मीटिंग बुलाई है। यह मीटिंग दोपहर 3:30 बजे होगी, जिसमें कोरोना के BF.7 वैरिएंट को लेकर बात की जाएगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली (Delhi) और उत्तराखंड जैसे राज्यों में भी मीटिंग है। इन बैठकों में कोरोना से निपटने के उपायों पर चर्चा की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से बुधवार को ही ऐलान कर दिया गया था कि कोरोना के ज्यादा मामले वाले देशों से आने वाले नागरिकों की पर्याप्त जांच की जाएगी।
कहा जा रहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी की मीटिंग में बूस्टर डोज में तेजी लाने और मास्क लगाने जैसी पाबंदियों को फिर से लागू करने पर विचार हो सकता है। हालांकि लॉकडाउन या फिर बाजार आदि बंद करने जैसी पाबंदियां लगने की संभावना नहीं है। लेकिन बड़े स्तर पर लोगों के जुटान वाले कार्यक्रमों के लिए गाइडलाइंस तय की जा सकती हैं। कोरोना के बीएफ.7 वैरिएंट के चलते चीन में हाहाकार मचा है। बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं और मौतें भी बढ़ी हैं। इसके अलावा अमेरिका, जापान, इटली और फ्रांस जैसे देशों की हालत भी खराब है। यही वजह है कि भारत में भी टेंशन बढ़ गई है।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के नेतृत्व में कल भी एक बैठक हुई थी। इस मीटिंग के बाद नीति आयोेग की हेल्थ कमेटी के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि कुछ नियमों का पालन करना अब जरूरी है। उन्होंने कहा कि अब तक देश में 27 से 28 फीसदी लोगों को ही कोरोना का बूस्टर टीका लगा है। इस आंकड़े को बढ़ाने की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने भीड़भाड़ से बचने और मास्क लगाने की भी सलाह दी है।
उन्होंने साफ कहा कि भले ही भारत में एक लेवल की इम्युनिटी बनी है, लेकिन इसके बाद भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री की ओर से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में कोविड नियमों के सख्त पालन करने अथवा यात्रा को रोकने की सलाह दी गई है। इस पर कांग्रेस ने ऐतराज जताते हुए कहा है कि ऐसा कुछ है तो सरकार पूरे देश के लिए गाइडलाइंस जारी करे।