नई दिल्ली: सनातन धर्म में शक्ति की देवी का पर्व नवरात्रि माना गया है। साल में ये चार बार आती हैं, जिनमें से प्रमुख चैत्र व शारदीय नवरात्र मानी जाती हैं, वहीं अन्य दो गुप्त नवरात्र होती हैं। ज्ञात हो कि शक्ति की देवी माता दुर्गा के भक्तों के लिए नवरात्रि का त्यौहार किसी उत्सव से कम नहीं होता है। नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी मां के अलग अलग रूपों की पूजा की जाती है साथ ही देी मां के नाम के उपवास भी रखे जाते हैं। इसके साथ ही दुर्गाष्टमी या राम नवमी के दिन कन्या पूजन करके ही व्रत का पारण किया जाता है। ऐसे में आज हम आपको साल 2023 में आने वाली चैत्र नवरात्रि के बारे में बता रहे हैं।
चैत्र नवरात्रि 2023 को ऐसे समझें?
चैत्र नवरात्रि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है और साल 2023 में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि बुधवार, 22 मार्च 2023 को है। ऐसे में यदि आप भी नवरात्रि के व्रत रखते हैं तो आप चैत्र नवरात्रि के व्रत 22 मार्च से रख सकते हैं।
चैत्र नवरात्रि 2023: घटस्थापना व शुभ मुहूर्त?
नवरात्रि की शुरुआत घटस्थापना से होती है साथ ही नवरात्रि में घटस्थापना करना अत्यंत शुभ माना जाता है। चैत्र नवरात्रि में घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च 2023 दिन बुधवार को सुबह 06:29 से सुबह 07:39 पर है। वहीं इसके बाद प्रतिपदा तिथि का समापन हो जाएगा।
नवरात्रि की तारीख व वार
प्रथम दिन चैत्र नवरात्रि (बुधवार,22 मार्च 2023) – प्रतिपदा तिथि, मां शैलपुत्री पूजा, घटस्थापना
दूसरा दिन चैत्र नवरात्रि (गुरुवार,23 मार्च 2023) – द्वितीया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पूजा
तीसरा दिन चैत्र नवरात्रि (शुक्रवार,24 मार्च 2023) – तृतीया तिथि, मां चंद्रघण्टा पूजा
चौथा दिन चैत्र नवरात्रि (शनिवार,25 मार्च 2023) – चतुर्थी तिथि, मां कुष्माण्डा पूजा
पांचवां दिन चैत्र नवरात्रि (रविवार,26 मार्च 2023) – पंचमी तिथि, मां स्कंदमाता पूजा
छठा दिन चैत्र नवरात्रि (सोमवार,27 मार्च 2023) – षष्ठी तिथि, मां कात्यायनी पूजा
सातवां दिन चैत्र नवरात्रि (मंगलवार, 28 मार्च 2023) – सप्तमी तिथि, मां कालरात्री पूजा
आठवां दिन चैत्र नवरात्रि (बुधवार,29 मार्च 2023) – अष्टमी तिथि, मां महागौरी पूजा, महाष्टमी, कन्या पूजन
नौवां दिन चैत्र नवरात्रि (गुरुवार,30 मार्च 2023) – नवमी तिथि, मां सिद्धीदात्री पूजा, दुर्गा महानवमी, कन्या पूजा
वहीं यदि इस दौरान जो जातक मां दुर्गा के इस पावन व्रत को रखते हैं। वे 22 मार्च से मां के नवरात्रि रख सकते हैं और कन्या पूजा भी कर सकते हैं।