Corona Update: क्या भारत में दस्तक देगी कोरोना की नई लहर, किस राज्य में कैसी है तैयारी, क्लिक कर पढ़े पूरी खबर
नई दिल्ली। चीन, जापान और अमेरिका में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों के चलते अब भारत भी अलर्ट मोड में आ गया है। चीन में प्रतिदिन 3 से 4 हजार मामले आ रहे हैं तो जापान में तो ये आंकड़ा लाखों में पहुंच गया है। जापान में बीते दिन 2 लाख के करीब कोरोना के नए मामले सामने आए। दुनियाभर में फैलते कोरोना को देखते हुए भारत में भी कोरोना की चौथी लहर को लेकर भी सवाल उठने लगे। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में हालात सामान्य बने रहेंगे और फिलहाल डरने की बात नहीं है। इस बीच केंद्र सरकार के साथ राज्यों की सरकारें अभी से ही कोरोना पर काबू पाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाने लगी है। आइए जानें आखिर राज्यों की कोरोना रोकथाम को लेकर क्या तैयारी है…
दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीते दिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। बैठक के बाद सीएम ने कहा कि दिल्ली वालों को फिलहाल डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली बार जिस तरह ऑक्सीजन की कमी सामने आई थी, उसी को देखते हुए इस बार तैयारी पूरी है। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में BF7 का अभी कोई भी मामला नहीं है। सीएम ने कहा कि हमारे पास 8 हजार बेड रिजर्व पड़े हैं और इस बार इन बेड्स की संख्या 36 हजार तक की जाएगी।
कोरोना को मात देने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने भी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बीते दिन ऐलान किया कि उनकी सरकार कोरोना पर निगरानी करने के लिए एक टास्क फोर्स बनाने जा रही है। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग बढ़ाने और परीक्षण, ट्रैक, उपचार, टीकाकरण और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कोरोना को लेकर विशेषज्ञों की टीम के साथ चर्चा की। बैठक में उन्होंने टेस्टिंग और चिकित्सकों की संख्या बढ़ाने की बात कही। बता दें कि आज ही राज्य में कोरोना से बचाव के लिए सभी पुलिसकर्मियों को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। पुलिस कर्मियों को सौ फीसद टीकाकरण कराने का भी निर्देश दिया गया है।
पंजाब की मान सरकार ने अपने अधिकारियों से राज्य में रोजाना कोविड जांच की संख्या बढ़ाकर 10,000 करने को कहा है। वहीं, राज्य के सभी सिविल सर्जनों को कोई भी पॉजिटिव केस मिलने पर उसका सैंपल पटियाला स्थित फैसिलिटी में जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजने को कहा है।