नई दिल्ली: नये साल से यूक्रेन और रूस के बीच जंग अत्यंत खतरनाक मोड़ पर आ गई है। एक तरफ नये साल की शुरुआत से रूस लगातार हवाई हमले करके यूक्रेन के शहरों को दहला रहा है। दूसरी तरफ जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन ने रूस पर ऐसा वार किया जिससे क्रेमलिन बौखला गया है। रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने अमरिकी मिसाइलों से हमारे शिविर में हमला किया, जिसमें उसके 63 सैनिक मारे गए। हालांकि यूक्रेन दावा कर रहा है कि रूस के कम के कम 400 सैनिक मारे गए हैं। पिछले साल से शुरू हुए इस महायुद्ध में यूक्रेन की तरफ से रूस को यह अब तक मिला सबसे बड़ा जख्म है। अब रूस क्या करेगा, इस पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हैं। पश्चिमी देश ऐसी संभावना जता रहे हैं कि रूस अब कुछ भी कर सकता है।
यूक्रेन की तरफ से हुए हवाई हमले के बाद क्रेमलिन ने सोमवार को स्वीकार किया कि पूर्वी यूक्रेन में उसके शिविर में हुए हवाई हमले के दौरान उसके 63 सैनिक मारे गए थे। रूस ने आरोप लगाया गया कि कीव बलों ने अमेरिका द्वारा आपूर्ति की गई मिसाइल प्रणालियों का उपयोग कर एक शिविर पर हमला किया था। हालांकि, यूक्रेन ने दावा किया कि मरने वालों की संख्या 400 के करीब है।
क्या है यूक्रेन का दावा
एक तरफ रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उच्च विस्फोटक हथियार वाली चार मिसाइलों ने एक प्वाइंट पर हमला किया जिसके परिणामस्वरूप उसके 63 सैनिकों की मौत हो गई। यह हमला 31 दिसंबर को रूस के कब्जे वाली क्षेत्रीय राजधानी डोनेत्स्क के शहर मकीइवका में कॉलेज में स्थित अस्थायी बैरक पर हुआ था। कीव ने सोमवार को इस घातक हमले की जिम्मेदारी ली। यूक्रेन के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने कहा, “31 दिसंबर को, विभिन्न प्रकार के दुश्मन सैन्य उपकरणों की 10 इकाइयों को नष्ट कर दिया गया और मकीवका में क्षतिग्रस्त कर दिया गया।” द कीव इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, टेलीग्राम पर यूक्रेन के सैन्य पोस्ट के सामरिक संचार विभाग ने दावा किया है कि 400 रूसी सैनिक मारे गए और 300 अन्य घायल हो गए। एक अन्य दैनिक नेयूक्रेन के जनरल स्टाफ के हवाले से कहा कि 31 दिसंबर को एक ऑपरेशन में 760 रूसी सैनिक मारे गए।
यूक्रेन के हमले से गुस्से में क्रेमलिन
यूक्रेन की तरफ से किये गए अब तक के सबसे बड़े हमले के बाद रूसियों के बीच गुस्सा बढ़ गया है। कई राष्ट्रवादी ब्लॉगर्स ने कमांडरों को यूक्रेनियों को सबक सिखाने का आह्वान किया है। पूर्व रूसी अलगाववादी नेता इगोर स्ट्रेलकोव ने कहा कि “सैकड़ों” मारे गए और घायल हो गए। 1 जनवरी को लगभग 1 बजे हमले की खबरें आनी शुरू हुईं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि हमला कब हुआ था, लेकिन माना जा रहा है कि नए साल में रूसी सैनिकों पर यूक्रेनी सेना ने हमला किया था।