नई दिल्ली: कोरोना की एक बार फिर से दस्तक ने हर किसी की चिंता को बढ़ा दिया है। सोमवार को INSACOG (The Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium) की ओर से बुलेटिन जारी करके कहा गया है कि कोरोना का ओमिक्रॉन और इसका सब वैरिएंट XBB भारत में अपने पैर पसार रहा है। बुलेटिन के अनुसार BA.2.75 और BA.2.10 भी लोगों में फैल रहा है लेकिन यह दूसरे वैरिएंट की तुलना में कम फैल रहा है। नॉर्थ ईस्ट इंडिया में BA.2.75 ज्यादा देखने को मिल रहा है, लेकिन अच्छी बात यह है कि पिछले दिनो में मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आई है ना ही कोई गंभीर मरीज इसका सामने आया है।
INSACOG की ओर से कहा गया है कि ओमिक्रॉन और इसके दूसरे वैरिएंट के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। XBB इसका सबसे ज्यादा फैलने वाला वैरिएंट हैं, जो भारत में देखने को मिल रहा है। इससे पहले 5 दिसंबर को जो बुलेटिन जारी किया गया था उसमे कहा गया था प्रति दिन संक्रमण का औसत 500 से कम है। उत्तर भारत में XBB वैरिएंट ज्यादा देखने को मिल रहा है जबकि पूर्व में BA.3.75 वैरिएंट ज्यादा देखने को मिल रहा है। पिछले हफ्ते BA.2.10 और दूसरे ओमिक्रॉन के वैरिएंट कम देखने को मिल रहे थे। लेकिन अच्छी बात है कि अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने की नौबत नहीं आ रही।
इससे पहले पिछले साल 28 नवंबर को जो बुलेटिन जारी किया गया था उसमे INSACOG की ओर से कहा गया था कि ओमिक्रॉन और उसके दूसरे वैरिएंट भारत ज्यादा देखने को मिल सकते हैं। BA.2.75 का वैरिएंट 46.5 फीसदी तो XBB का वैरिएंट व इसके उपवंश 35.8 फीसदी देखने को मिल रहा है। बता दे कि INSACOG देशभर में SARS-CoV-2 की सिक्वेंसिंग सैंपल के जरिए जीनोमिक सर्विलांस करती है। जो भी यात्री बाहर से भारत आते हैं उनके सैंपल की सिक्वेंसिंग करती है और आंकड़ों को जारी करती है। जिस तरह से दूसरे देशों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए भारत ने सतर्कता को बढ़ा दिया है।