नई दिल्ली: टेक सेक्टर से लगातार छंटनी की खबरें आ रही हैं। लोगों को उम्मीद थी कि नए साल में स्थिति बेहतर होगी, लेकिन 2023 ने हजारों लोगों का रोजगार भी छीन लिया है। छंटनी करने वाली ताजा कंपनियों में Google और Swiggy का नाम भी शामिल हो गया है। गूगल ने 12,000 नौकरियां खत्म करने का ऐलान किया है, जबकि स्विगी 380 लोगों की छंटनी कर रहा है। माइक्रोसॉफ्ट ने भी 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है।
अमेरिका में आई मंदी ने टेक सेक्टर को हिलाकर रख दिया है। इसका असर ट्विटर, फेसबुक, अमेजन जैसी कंपनियों पर देखने को मिला है। देखा जाए तो 2022 से टेक सेक्टर में करीब 3.5 लाख नौकरियां जा चुकी हैं। 2023 की बात करें तो इस साल ShareChat, Dunzo, Rebel Foods, Hubilo, Ola, Cashfree जैसी भारतीय कंपनियों ने छंटनी का फैसला पहले ही कर लिया है। वहीं, भारतीय स्टार्टअप ने 2022 में करीब 18,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था। स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कर्मचारियों को बताया कि कंपनी 380 कर्मचारियों की छंटनी करेगी।
2023 में 54,100 नौकरियां चली गईं
कुछ लोगों के लिए साल 2023 की शुरुआत अच्छी नहीं रही। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिर्फ अमेरिकी टेक कंपनियों की बात करें तो इस साल जनवरी में करीब 54,100 नौकरियां जा चुकी हैं. टेक सेक्टर में छंटनी तब सुर्खियां बनी जब ट्विटर के नए बॉस एलोन मस्क ने करीब 3,700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इसके बाद टेक सेक्टर में भूचाल आ गया। नवंबर 2022 में ट्विटर में छंटनी के बाद मेटा ने करीब 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। इसके अलावा अमेजन ने करीब 10,000 नौकरियां भी खत्म कीं।
फेसबुक ने 11,000 कर्मचारियों को एक झटके में निकाला
नवंबर 2022 में ही फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने एक झटके में 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की। मेटा सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने अपने कर्मचारियों को लेऑफ की जानकारी देते हुए लिखा था कि बड़ी टेक कंपनियां मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। कंपनी के लिए प्रॉफिट कमाना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को निकालने का यह फैसला लेना कंपनी की मजबूरी हो गई है।
अमेजन ने 18,000 को नौकरी से निकाला था
ट्विटर और फेसबुक के अलावा अमेजन तीसरी बड़ी कंपनी है। जिसने 18,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। इनमें से 1,000 भारतीय थे। इस चेन में स्नैपचैट और माइक्रोसॉफ्ट का नाम भी है। वहीं एप्पल ने नए लोगों की भर्ती पर रोक लगा दी है।
भारत में भी रोजगार छिन रहा
छंटनी से भारतीय तकनीकी क्षेत्र भी प्रभावित हुआ और कई स्टार्टअप ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की। अनुभवी एडुटेक फर्म बायजू ने लगभग 2,500 कर्मचारियों को निकाल दिया, जबकि अनएकेडमी ने भी लगभग 1,150 कर्मचारियों को जाने दिया। जनवरी 2023 में शेयरचैट ने करीब 500 लोगों की नौकरी खत्म करने का भी ऐलान किया है।
3.5 लाख नौकरियां चली गईं
टेक सेक्टर में न सिर्फ छंटनी हुई है, बल्कि नई नौकरियों के भी दरवाजे बंद हो गए हैं। टेक कंपनियों द्वारा नई भर्तियों में कमी आई है। दुनिया भर में छंटनी पर नजर रखने वाले पोर्टल लेऑफट्रैकर के मुताबिक, 2022 से करीब 3.43 लाख लोगों ने तकनीकी क्षेत्र में अपनी नौकरी गंवाई है।