नई दिल्ली: मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों को गति प्रदान करने के लिए बुधवार को बातचीत की। इससे पहले सुबह मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया।
बैठक के बारे में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमने आज की बैठक में अपने रक्षा उद्योगों के बीच सहयोग को और मज़बूत करने, और काउंटर टेरेरिज्म संबंधी सूचना एवं इंटेलिजेंस का आदान-प्रदान बढ़ाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि भारत-मिस्र स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप के तहत हम राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक एवं वैज्ञानिक क्षेत्रों में और अधिक व्यापक सहयोग का दीर्घकालिक ढांचा विकसित करेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष भारत ने अपने G-20 अध्यक्ष के दौरान मिस्र को अतिथि देश के रूप में आमंत्रित किया है, जो हमारी विशेष मित्रता की पहचान है। बता दें मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल-सिसी तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर मंगलवार को भारत पहुंचे हैं। सिसी कल गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। यह पहला मौका है जब मिस्र के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। मिस्र की सेना की एक टुकड़ी भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेगी।
अल-सिसी की यात्रा के दौरान कृषि, डिजिटल क्षेत्र और व्यापार सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने पर प्रमुख रूप से जोर दिया जाएगा। इस दौरान, बुधवार को हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति अल सिसी ने कई विषयों पर चर्चा की।