नई दिल्ली. देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों के लिए समय-समय पर अलग-अलग तरह की स्कीम लेकर आता रहता है. बैंक सभी स्कीम्स को लोगों की जरूरतों के हिसाब से लॉन्च करता है. कुछ लोग अपने पैसे इस तरह निवेश करना चाहते हैं जिससे उन्हें भविष्य में एकमुश्त राशि प्राप्त हो. वहीं कुछ लोग अपने रिटायरमेंट के पैसों को इस तरह से निवेश करना चाहते हैं कि उन्हें हर महीने एक निश्चित राशि मिले जिसे वह पेंशन या सैलरी के रूप में यूज कर सकें. ग्राहक एसबीआई वार्षिकी जमा योजन को देख सकते हैं. इस स्कीम में निवेशक को एकमुश्त पैसा जमा करना होता है. एक तय अवधि के बाद EMI के रूप में गारंटीम इनकम होगी.
SBI की इस स्कीम में ग्राहक को हर महीने प्रिंसिपल अमाउंट के साथ ब्याज दिया जाता है. यह ब्याज अकाउंट में बची रकम पर हर तिमाही कम्पाउंडिंग पर कैलकुलेट किया जाता है. इस स्कीम में बैंक के टर्म डिपॉजिट यानी एफडी जितना ब्याज मिलता है. वहीं, अगर ग्राहक SBI की सावधि जमा योजना में पैसा निवेश करता है तो उसे एकमुश्त पैसा बैंक द्वारा निर्धारित समय अवधि के अनुसार परिपक्वता तिथि पर परिपक्वता राशि के साथ ब्याज मिलाकर दिया जाता है.
7 से 45 दिन – 3 फीसदी
46 से 179 दिन – 4.5 फीसदी
180 से 210 दिन – 5.25 फीसदी
211 दिन से लेकर एक साल से कम – 5.75 फीसदी
1 साल से लेकर 2 साल से कम – 6.75 फीसदी
2 साल से लेकर 3 साल से कम – 6.75 फीसदी
3 साल से लेकर 5 साल से कम – 6.25 फीसदी
5 साल से 10 साल- 6.25 फीसदी
एसबीआई की इस स्कीम में एन्यूटी का भुगतान डिपॉजिट होने के अगले महीने निर्धारित तारीख से किया जाएगा. अगर किसी महीने वह तारीख (29, 30 और 31) नहीं है, तो उसके अगले महीने के एक तारीख को एन्यूटी मिलेगी. एन्यूटी का भुगतान टीडीएस काटकर लिंक्ड सेविंग्स अकाउंट या करंट अकाउंट में क्रेडिट किया जाएगा.