अयोध्या: आज से राम मंदिर निर्माण समिति की बैठक, क्या नेपाल की शालिग्राम शिला से तराशे जाएंगे रामलला?
नई दिल्ली. आज जहां रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के मंदिर निर्माण की प्रगति के साथ परिसर के बाहर की विकास योजनाओं की क्रियान्वयन की समीक्षा के लिए मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक आज से यानी 28 जनवरी से शुरू होगी। वहीं यह बैठा आगामी 29 जनवरी यानी दो दिनों तक चलेगी।
वहीं राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा अयोध्या पहुंच चुके हैं। उन्होंने हनुमानगढ़ी व रामलला का दर्शन कर मंदिर निर्माण कार्य को देखा। समिति की दो दिवसीय बैठक आज यानी शनिवार से शुरू होने जा रहे है। इस ख़ास बैठक में समिति और ट्रस्ट के पदाधिकारी और कार्यदाई संस्था के इंजीनियर बैठक में मौजूद रहेंगे। वहीं इस बैठक में रामलला की स्थायी मूर्ति के स्वरूप और उसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री पर फैसला लिए जाने की संभावना है।
जानकारी हो कि, भगवान राम की प्रतिमा निर्माण के लिए नेपाल की कालीगंडकी नदी से शालिग्राम शिला के टुकड़े को अयोध्या लाया जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, नेपाल के कालीगंडकी नदी से करीब 350-400 टन वजन का विशाल शालिग्राम चट्टान का टुकड़ा 31 जनवरी को अयोध्या भेजा जाएगा। इस शिला का परिक्षावन 30 जनवरी में जनकपुर में किया जाएगा। उसके बाद इसे सड़क मार्ग से अयोध्या भेजा जाएगा।वहीं नेपाल के जनकपुर की जानकी मंदिर से जुड़े लोगों ने भगवान राम को धनुष बनाकर देने की पेशकश भी की थी।
जानकारी दें कि, नेपाल की कालीगंडकी नदी से शिलाखंड महत्वपूर्ण इसलिए माने जाते हैं क्योंकि कि सनातन धर्म में भगवान विष्णु के प्रतीक रूप में पूजे जाने वाले शालिग्राम उसी नदी से निकलते हैं। वहीं कालीगंडकी नदी के शालिग्राम बेस्ट क्वालिटी के माने जाते हैं और कहा जाता है कि ये इतना मजबूत होते हैं कि किसी भी प्राकृतिक दुर्घटना से भी उनको क्षति नहीं पहुंच सकती।
हालांकि अभी ये तय नहीं किया गया है कि भगवान राम की मूर्ति किस पत्थर से बनाई जाएगी और उनका धनुष किस चीज से बनेगा और उसका शेप साइज क्या होगा, किस धातु का होगा लेकिन यह नेपाली जनता की भावना का आदर भाव है। वहीं आज अयोध्या में शुरू हो रही बैठक में इस बात पर भी विचार किया जाएगा कि भगवान रामलला की स्थायी मूर्ति किस सामग्री से निर्मित होगी।