नई दिल्ली (New Delhi) । साल 2023 में Magh Purnima यानि माघ महीने की पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को है. पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्र देवता हैं. मान्यता है कि पूर्णिमा पर इनकी पूजा से मनुष्य का समस्त संसार पर आधिपत्य होता है. खासकर संतान के उत्तम स्वास्थ के लिए पूर्णिमा का व्रत बहुत महत्वपूर्ण है.कहते हैं जो बच्चे अक्सर सर्दी जुकाम, निमोनिया (common cold, pneumonia) आदि रोगों से ग्रसित रहते हैं उनकी माताओं को सालभर पूर्णिमा का व्रत करना चाहिए, मान्यता है इससे संतान की सेहत को लाभ मिलता है. माघ पूर्णिमा के दिन कुछ खास काम करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. आइए जानते माघ पूर्णिमा का मुहूर्त, शुभ योग और उपाय
माघ पूर्णिमा 2023 पूजा मुहूर्त (Magh Purnima 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार माघ महीने की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 4 फरवरी 2023 को रात 09.21 मिनट से हो रही है. अगले दिन 6 फरवरी 2023 को रात 11.58 तक पूर्णिमा तिथि रहेगी. माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के लिए सुबह 05:27 से सुबह 06:18 तक शुभ मुहूर्त है.इस साल माघ पूर्णिमा पर पुष्य और अश्लेषा नक्षत्र का निर्माण हो रहा है. साथ ही सर्वार्श सिद्धि योग, आयुष्मान और सौभाग्य योग भी बन रहे हैं. ऐसे में इस साल माघ पूर्णिमा पर कुछ खास उपाय जीवन में भाग्योदय कर सकते हैं.
सूर्योदय से पूर्व स्नान
माघ पूर्णिमा पर संगम तट पर स्नान का खास महत्व (special significance) है. कहते हैं इस दिन गंगा में स्नान करने से व्यक्ति के शरीर में अमृत के गुण आ जाते हैं. अगर ये संभव न हो तो घर में ही गंगा, यमुना या सरस्वती नदी का जल पानी में मिलाकर ब्रह्म मुहूर्त स्नान करना चाहिए. मान्यता है इससे व्यक्ति के पिछले जन्म के पाप भी धुल जाते हैं. पानी में थोड़ा सा दूध मिलाकर स्नान कर लें तो इससे चंद्र दोष दूर होता है.
सत्यनारायण की पूजा से आएगी संपन्नता
माघ पूर्णिमा के दिन घी का अखंड दीपक लगाएं और फिर भगवान सत्यनारायण (Lord Satyanarayan) की कथा करें. मान्यता है इससे घर में लक्ष्मी का वास होता है. आर्थिक संपन्नता में वृद्धि होती है. कथा के बाद ब्राह्मण को भोजन जरुर करना चाहिए. माघी पूर्णिमा पर श्रीहरि की पूजा के बाद दान करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और वैवाहिक जीवन की परेशानियों का अंत होता है.
चंद्रमा की पूजा से करियर में लगेंगे चार चांद
धार्मिक मान्यता है कि माघ पूर्णिमा की रात चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अपनी चांद की रोशनी में मां को प्रणाम करें और फिर माता के हाथ से थोड़े से चावल लेकर अपने धनस्थान पर रख दें. मान्यता है इससे व्यक्ति करियर में बहुत तरक्की करता है. वहीं माघ पूर्णिमा पर जिन लोगों की बौद्धिक क्षमता कम है उन्हें 5 मिनट तक चंद्रमा की रोशनी को ध्यान से देखना चाहिए. कहते हैं पूर्णिमा पर चांद 16 कलाओं से परिपूर्ण होता है. ये उपाय करने पर व्यक्ति की स्मरण शक्ति तेज होती है और बुद्धि का विकास होता है.