तिरुवनंतपुरम: रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के पूर्व प्रमुख और भारतीय खुफिया ब्यूरो (IB) के विशेष निदेशक रह चुके अमरजीत सिंह दुलत (Amarjit Singh Dulat) ने कहा कि अब समय आ गया है कि आईबी का एक अध्ययनशील इतिहासकार की मदद से एक इतिहास लिखा जाए। दुलत ने कहा कि दुनिया की प्रमुख खुफिया एजेंसियों के पास उनके संगठन से संबधित कई लिखित इतिहास है और देश को ऐसे लिखित इतिहास की जरूरत है।
कौन है अमरजीत सिंह दुलत?
रॉ प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत ने आईबी में 1990 के दशक के दौरान कश्मीर यूनिट का नेतृत्व किया था। रॉ में शामिल होकर उन्होंने एजेंसी के प्रमुख के रूप में बड़ी भूमिका निभाई। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान दुलत ने RAW प्रमुख के रूप में 1999 से लेकर 2000 कार्य किया।
100 से अधिक वर्षों की विरासत है आईबी का इतिहास
मातृभूमि इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ लेटर्स (एमबीआईएफएल) में ‘स्पाईमास्टर ऐज ए क्रोनिकक्लर’विषय पर लेखक और पत्रकार एन. पी. उल्लेख से बातचीत के दौरान दुलत ने कहा कि आईबी का इतिहास 100 वर्षों से अधिक की विरासत है, जिसे आम आदमी को शिक्षित करने के लिए निर्धारित किया जाना चाहिए।
पाकिस्तान और भारत अपने बीच संबंधों में करेंगे सुधार
पड़ोसी देश की चर्चा करते हुए दुलत ने कहा कि इस समय पाकिस्तान गहरे उथल-पुथल में है, और उसने भारत के साथ मेलजोल के संकेत दिखाना शुरू कर दिया है। दुलत के मुताबिक, पाकिस्तान और भारत छह या आठ महीनों में अपने बीच संबंधों में सुधार करने की कोशिश करेंगे।