वीजिंग : जासूसी गुब्बारे को लेकर वाशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर चीन अमेरिका के लिए किसी तरह का खतरा पैदा करेगा तो अमेरिका (US) अपनी सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
दरअसल, संदिग्ध गुब्बारे को लेकर चीन और अमेरिका के बीच ठन गई है। चीन द्वारा भेजे गए जासूसी गुब्बारे विवाद में बाइडन ने कहा कि मैं चीन के साथ अमेरिका और दुनिया के हितों के लिए काम करने को तैयार हूं, लेकिन अगर वो हमें नुकसान पहुंचाएंगे तो हम अपनी रक्षा जरूर करेंगे।
चीन के जासूसी गुब्बारे ने अमेरिका ही नहीं भारत और जापान समेत कई देशों की जासूसी की है। जानकारी के मुताबिक चीन ने कई देशों को निशाना बनाकर जासूसी गुब्बारों के एक बेड़े को संचालित किया है।
इसका सीधा-सीधा जवाब देते हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने कहा कि अगर चीन अमेरिका की संप्रभुता में दखल देने की कोशिश करेगा तो अमेरिका अपनी कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। बाइडेन ने कहा कि अमेरिका के खिलाफ दांव लगाना कभी भी अच्छा नहीं रहा, जिन देशों ने ऐसा किया है वे भी वह मान रहे हैं कि ये गलत हैं। अब अमेरिका के इस बयान पर चीन ने अपना जवाब तलब किया है।
चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की टिप्पणियों की निंदा की है। चीनी के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में बाइडेन की बातों को बेहद गैर-जिम्मेदाराना बताया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक नियमित ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिका की ओर से इस प्रकार की बयानबाजी बेहद गैर जिम्मेदाराना है और बुनियादी कूटनीतिक शिष्टाचार के खिलाफ है।
बुधवार को बाइडेन ने गुब्बारे को मार गिराने के फैसले का बचाव किया और जोर देकर कहा कि अमेरिका चीन के साथ संघर्ष नहीं चाहता है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि शी को भारी समस्याएं हैं, चीन की अर्थव्यवस्था ठीक से काम नहीं कर रही है। बाइडेन ने कहा, “क्या आप किसी अन्य विश्व नेता के बारे में सोच सकते हैं जो शी जिनपिंग के साथ व्यापार करेगा? मैं किसी के बारे में नहीं सोच सकता।” बाइडेन ने बुधवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार की रक्षा करने की जरूरतों को लेकर चीन संयुक्त राज्य का सामना करने की अपनी क्षमता में विवश था।
बाइडेन और शी के बीच नवंबर की जी 20 बैठक के बाद एक छोटी गर्माहट के बाद अब कथित तौर पर अमेरिकी सीमा में खुफिया चीनी गुब्बारे की मौजूदगी के बाद अमेरिका-चीन संबंध ठंडे पड़ गए हैं। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि गुब्बारे को जासूसी के लिए बनाया गया था। अमेरिका के दावों से चीन ने इनकार किया है, यह तर्क देते हुए कि यह एक मौसम अवलोकन उपकरण था।