कृति वर्मा पर ED का शिकंजा, 264 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसी एक्ट्रेस, यह है आरोप

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मुंबई : आयकर अधिकारी का पद छोड़कर अभिनेत्री बन चुकी कृति वर्मा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 263 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच शुरू कर दी है. रोडीज़ और बिग बॉस सीज़न 12 जैसे टीवी शो में दिखाई देने वाली कृति वर्मा पर इल्जाम है कि आयकर विभाग से टैक्स रिफंड जारी करने के नाम पर धोखाधड़ी (Fraud) करने वाले और ऐसे ही अपराध में शामिल प्रमुख अभियुक्तों के साथ उनके संबंध हैं. अब ईडी ने कृति को पूछताछ के लिए तलब किया है.

दरअसल, पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आयकर विभाग के एक वरिष्ठ कर सहायक तानाजी मंडल अधिकारी, पनवेल के कारोबारी भूषण अनंत पाटिल समेत कई लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी से टैक्स रिफंड जारी करने के मामले में केस दर्ज किया था.

दिल्ली में सीबीआई इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की थी. जिसमें आकलन वर्ष 2007-08 और 2008-09 के लिए फर्जी रिफंड जारी करने की शिकायत की गई थी. उसी FIR के आधार पर ED ने पीएमएलए (PMLA) के तहत जांच शुरू की है.

मुख्य अभियुक्त तानाजी मंडल अधिकारी जब आयकर विभाग में एक वरिष्ठ कर सहायक के रूप में काम कर रहा था, तो उसकी पहुंच आरएसए टोकन तक थी. उसके पास पर्यवेक्षी अधिकारियों के लॉगिन क्रेडेंशियल थे. उसी की मदद से उसने दूसरों लोगों के साथ मिलीभगत करके इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया था.

इसके भूषण अनंत पाटिल से जुड़े बैंक खाते सहित कई दूसरे बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया था. सीबीआई ने आईटी अधिनियम, 2000 के तहत तानाजी मंडल अधिकारी, भूषण अनंत पाटिल, राजेश शांताराम शेट्टी और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया.

पीएमएलए (PMLA) के तहत जांच से पता चला है कि 15 नवंबर, 2019 और 4 नवंबर, 2020 के बीच तानाजी मंडल अधिकारी ने 263.95 करोड़ रुपये के 12 फर्जी टीडीएस रिफंड जेनरेट किए थे. फर्जीवाड़े से लिया गया रिफंड का ये पैसा पाटिल और अन्य संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं के बैंक खातों के साथ-साथ शेल कंपनियों में भी ट्रासफर किया गया था.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पिछले महीने पीएमएलए के प्रावधानों के तहत महाराष्ट्र और कर्नाटक में मौजूद 69.65 करोड़ रुपये की 32 अचल और चल संपत्तियों को कुर्क किया था. कुर्क की गई संपत्तियों में जमीन, फ्लैट, लग्जरी कारें शामिल हैं, जो भूषण अनंत पाटिल, राजेश शेट्टी, सारिका शेट्टी, कृति वर्मा और अन्य के नाम पर हैं.

कृति वर्मा ने हरियाणा के गुरुग्राम में एक संपत्ति बेची थी. जिसे 2021 में काली कमाई से खरीदा गया था. उसकी कीमत उसने अपने बैंक खातों में जमा कराई थी. इसके बाद फौरन तलाशी अभियान चलाया गया. जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि कृति वर्मा के बैंक खाते में 1.18 करोड़ रुपये थे, जो जमीन बेचकर हासिल किए गए थे. इसके बाद उसके खाते को फ्रीज कर दिया गया.

जांच के दौरान पता चला कि कृति ने जुर्म की कमाई का इस्तेमाल लोनावाला, खंडाला, कर्जत, पुणे और उडुपी इलाकों में जमीन खरीदने, पनवेल और मुंबई में फ्लैट लेने और तीन लक्जरी कारों को खरीदने के लिए किया गया था. उन कारों में बीएमडब्ल्यू एक्स 7, मर्सिडीज जीएलएस 400 डी और ऑडी क्यू 7 शामिल थी.

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