नई दिल्ली : दुश्मनों को हर मोर्चे पर मात देने के लिए भारत अपनी सैन्य क्षमता को लगातार मजबूत करने की कोशिश में लगा है। देश में मिसाइल, युद्धपोत, आधुनिक उपकरणों से लेकर आधुनिक फाइटर जेट (Fighter Jet) का विकास लगातार जारी है। इस बीच एलसीए मार्क-2 (LCA Mark 2) लड़ाकू विमान के विकास को लेकर नई जानकारी सामने आई है। DRDO के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने नई जानकारी देते हुए कहा कि LCA Mk-2 लड़ाकू विमान 2028 तक उड़ान भर सकेगा।
डीआरडीओ चीफ डॉ समीर वी कामत ने कहा कि एक बड़े आकार के इंजन के साथ एएमसीए चरण 2(एचएएल उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान), जब तक हम किसी अन्य ओईएम (मूल उपकरण निर्माता) के साथ इंजन सौदे पर हस्ताक्षर नहीं करते हैं, तब तक मैं आपको कोई निश्चित तारीख नहीं दे पाऊंगा। इसलिए, यह निर्भर करता है कि हम इंजन के साथ किसके साथ जाते हैं। उन्होंने कहा कि हम फ्रांस से सफरान, अमेरिका से जीई से बात कर रहे हैं और हम ब्रिटेन से रोल्स-रॉयस से भी बात कर रहे हैं। हम इंजन के विकास की तलाश कर रहे हैं क्योंकि इस लड़ाकू विमान में 2 बड़े आकार के इंजन का उपयोग होगा।
एलसीए मार्क 2 लड़ाकू विमान का विकास देश की सैन्य ताकत को और बढ़ा देगा। इन लड़ाकू विमान का विकास 2027 तक पूरा किया जाना है। वैमानिकी विकास एजेंसी प्रमुख गिरीश देवधरे ने समाचार एजेंसी के हवाले से बताया था कि परियोजना को एलसीए मार्क-1 ए कार्यक्रम में हुई प्रगति से लाभ होगा और पांचवीं पीढ़ी के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान परियोजना के विकास में मदद मिलेगी।
इस फाइटर जेट की सबसे बड़ी ताकत इसकी गति होगी। यह अधिकतम 2385 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ेगा। इसकी रफ्तार दुश्मनों के बीच दहशत फैलाने के लिए काफी है। यह हल्का लड़ाकू विमान बेहतर रडार सिस्टम और हथियारों से लैस होगा। ये भारतीय वायु सेना में मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा।