मुंबई : कन्नड़ अभिनेता ऋषभ शेट्टी ने अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘कांतारा’ से बीते साल पूरी दुनिया में नाम कमाया। अब उनकी उपलब्धियों में एक और मेडल जुड़ गया है। दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2023 में उन्हें सबसे होनहार अभिनेता (मोस्ट प्रॉमिसिंग एक्टर) के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
कन्नड़ सिनेमा की सीमाओं को लांघकर ऋषभ अब अखिल भारतीय स्तर के अभिनेता बन चुके हैं। केंद्रीय सेंसर बोर्ड के सदस्य और दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के सीईओ अभिषेक मिश्रा ने एक पत्र के माध्यम से इस खबर की घोषणा की।
बता दें कि इससे पहले भी साउथ के कलाकारों को दादा साहब फाल्के से सम्मानित किया जा चुका है। 2019 में ‘केजीएफ चैप्टर 1’ में अपने प्रदर्शन के लिए यश को दादा साहब फाल्के साउथ अवॉर्ड मिला था। उसके बाद 2020 में किच्चा सुदीप को ‘दबंग 3’ में उनके प्रदर्शन के लिए मोस्ट प्रॉमिसिंग एक्टर श्रेणी में पुरस्कार मिला। यह पुरस्कार समारोह 20 फरवरी को मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
ऋषभ उन साउथ स्टार्स में शामिल थे, जिन्हें बेंगलुरु के राजभवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ डिनर टेबल साझा करने का मौका मिला। बातचीत के बारे में बोलते हुए ऋषभ ने कहा था, ‘हमने कन्नड़ फिल्म उद्योग के साथ-साथ मनोरंजन उद्योग में क्या हो रहा है, इस बारे में बात की। उन्होंने इंडस्ट्री की जरूरतों के बारे में भी प्रधानमंत्री से बातचीत की।
फिल्म ‘कांतारा’ की कहानी दक्षिणी तटीय राज्य कर्नाटक में कादुबेट्टू के जंगल में रहने वाले एक छोटे से समुदाय के इर्द-गिर्द घूमती है। यह मनुष्य बनाम प्रकृति के संघर्ष की एक दिलचस्प कहानी है। यहां एक रहस्यमयी ताकत ग्रामीणों को बुरी ताकतों से बचाती है। शिवा वह युवक है, जो एक लालची इंसान और प्रकृति विरोधी लोगों से अपने गांव और प्रकृति की रक्षा करता है।