नई दिल्ली: संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार ने कई नीतिगत सुधार किए हैं, जिसने भारत को दूरसंचार उपकरण, अनुसंधान और विकास और 5जी रोलआउट का अग्रणी निर्माता बना दिया है। ऐसे में वैश्विक कंपनियां देश के दूरसंचार क्षेत्र में निवेश करने की इच्छुक हैं। प्रस्तावित टेलीकाम बिल के बारे में बात करते हुए संचार और आईटी मंत्री ने उम्मीद जताई कि यह संसद के आगामी मानसून सत्र में पारित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नीतिगत सुधारों, लाइसेंस तंत्र और दूरसंचार क्षेत्र के नियामक पहलुओं में आवश्यक गति लाएगा।
इस अवसर पर संचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की कि बार्सिलोना में मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में भारत को गवर्नमेंट लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा अगला प्रमुख लक्ष्य आने वाले मानसून सत्र में टेलीकाम बिल को पारित कराना है। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न मंत्रालयों, उद्योग प्रतिभागियों, वैश्विक निकायों और ट्राई और सीसीआई जैसे अन्य नियामकों से प्राप्त इनपुट पर काम कर रही है।
6जी के बारे में वैष्णव ने कहा कि भारत को पहले ही 100 पेटेंट मिल चुके हैं। उन्होंने आगे जानकारी दी कि 6G के लिए एक रोडमैप तैयार करने के लिए गठित एक टास्क फोर्स ने अपना काम पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि कई देश अब भारत के स्वदेशी 4जी/5जी स्टैक को लागू करना चाहते हैं। वैष्णव ने कहा, ‘आज के समय दुनिया भारत को सलाम कर रही है।’