बीजिंग : चीन अपने सबसे अडवांस स्टील्थ फाइटर जेट जे-20 माइटी ड्रैगन के साथ हाई स्पीड ड्रोन उड़ाने की तैयारी कर रहा है। यह ड्रोन जे-20 की स्पीड के साथ उड़ान भर सकता है। इस हाई स्पीड ड्रोन का नाम एफएच-97ए है। इस ड्रोन के प्रोटोटाइप को नवंबर में चीन के झुहाई एयर शो में प्रदर्शित किया गया था। चीनी विशेषज्ञों ने इसे जे-20 के एक नए हथियार का नाम दिया था। दरअसल, ऐसे ड्रोन युद्ध के दौरान काफी काम आते हैं। इससे जे-20 की मारक क्षमता काफी बढ़ जाएगी। दुश्मन के हमले के समय भी यह हाई स्पीड ड्रोन जे-20 की रक्षा करेगा। यह ड्रोन अभी डेवलपमेंट और ट्रायल के दौर से गुजर रहा है। एक बार परीक्षण पूरे होने के बाद इसके इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन को भी मंजूरी दी जा सकती है।
नेवल एंड मर्चेंट शिप मैगजीन के नवीनतम संस्करण में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, एफएच-97ए और जे-20 की जोड़ी चीन के इस स्टील्थ फाइटर जेट को फ्रंटलाइन कॉम्बेट के काम से मुक्त कर देगा। इससे यह लड़ाकू विमान कमांड एंड कंट्रोल और डेटा डिस्ट्रिब्यूशन और कम्यूनिकेशन में आ रही दिक्कत जैसे काम में इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे युद्ध के दौरान पायलटों और लड़ाकू विमानों के हताहत होने की दर में सुधार होगा। ये कॉम्बेट ड्रोन अपने साथ उड़ रहे लड़ाकू विमान के पायलट के निर्देश पर दुश्मन के इलाके में अंदर घुसकर हमला कर सकते हैं। इनको मार गिराने पर भी चीनी वायु सेना को ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
चीन के सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने अक्टूबर में खुलासा किया था कि कैसे ड्रोन को पायलट वाले लड़ाकू विमाों के साथ इंट्रीग्रेट कर युद्ध में इस्तेमाल किया जाएगा। तब सीसीटीवी ने एक कम्प्यूटर ग्राफिक के जरिए युद्ध की स्थिति को समझाया था। उसमें एक ट्विन सीट वाले जे-20 लड़ाकू विमान के साथ जीजे-11 यूसीएवी को दिखाया गया था। इस यूसीएवी को जे-20 की बैक सीट पर बैठा वेपन ऑफिसर नियंत्रित कर रहा था। उसके कमांड पर यूसीएवी युद्ध क्षेत्र में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा था।
एक अन्य चीनी सैन्य पत्रिका आर्डनेंस इंडस्ट्री साइंस टेक्नोलॉजी की दिसंबर की रिपोर्ट के अनुसार, नए लड़ाकू ड्रोन एफएच-97ए के फ्यूजलॉर्ज की डिजाइन जे-20 के जैसे ही है। इससे संकेत मिलता है कि यह ड्रोन जे-10 की ही तरह तेज स्पीड से उड़ सकता है। झुहाई एयर शो में बताया गया था कि एफएच-97ए ड्रोन को मध्यम या बड़े आकार के विमान, अर्ली वॉर्निंग विमान, स्ट्रैटजिक बॉम्बर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर विमान के अलावा लड़ाकू विमान की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ड्रोन आठ हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों को लेकर उड़ान भर सकता है। इससे जे-20 के गोला-बारूद की कमी की भरपाई की जा सकती है।