नई दिल्ली। गूगल ने अपनी नई फाइनेंशियल सर्विस पॉलिसी को जारी करते हुए घोषणा की है, जिसके अनुसार वे 31 मई 2023 से पहले प्ले स्टोर पर उपलब्ध ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप्स को प्रतिबंधित करेंगे. ऐसे में, उन लोगों को जो इन ऐप्स का उपयोग करते हैं और जिनके फोन में इससे संबंधित पर्सनल डेटा मौजूद होता है, इस बात का ध्यान रखना बेहतर होगा कि वे अपने डेटा को सुरक्षित करें या फिर डेटा को हटा दें, अन्यथा 31 मई के बाद उनके डेटा को ऑटोमेटिकली हटा दिया जाएगा.
ऑनलाइन लोन देने वाले ऐप्स पर लंबे समय से फर्जीवाड़े के आरोप लगते रहे हैं. केंद्र सरकार ने इस समस्या को देखते हुए इन ऐप्स पर सख्ती बढ़ाई है. इन ऐप्स को लिमिटेड कर दिया गया है जो कर्ज देने वाले हैं. उन्हें भी उनके काम को अच्छी तरह से करने के लिए प्रताड़ित किया जाना चाहिए. इसके अलावा, ये ऐप्स यूजर्स का संवेदनशील डेटा जैसे कॉन्टैक्ट, फोटो इत्यादि चोरी करने के भी आरोपों के शिकार हैं.
इसलिए, गूगल ने अपनी पर्सनल लोन पॉलिसी को अपडेट कर दिया है ताकि प्ले स्टोर पर उपलब्ध लेंडिंग ऐप को बंद कर सकें. इस नई पॉलिसी के अनुसार, ऐप्स अब यूजर्स के एक्सटर्नल स्टोरेज से फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट, लोकेशन और कॉल लॉग का एक्सेस नहीं कर पाएंगे. यह एक प्रयास है ताकि ऐप्स उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को सुरक्षित रख सकें.
ऐसे में, मोबाइल ऐप्स के माध्यम से कर्ज लेने वाले लोगों की शिकायत दरअसल इस बात से है कि वे अक्सर कर्ज के नाम पर बेवजह परेशान किए जाते हैं. कर्ज वसूली एजेंट अक्सर इस तरह की गलत प्रथाओं का इस्तेमाल करते हैं जैसे कि उनके फोटो या कॉन्टैक्ट का इस्तेमाल करना इत्यादि.