आकांक्षा दुबे केस: भोजपुरी गायक समर सिंह को क्यों किया गया गिरफ्तार? जानें आकांक्षा दुबे मामले से इसका क्या है कनेक्शन
वाराणसी। भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा सिंह को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी गायक समर सिंह को वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। नंदग्राम थाना इलाके में राज नगर एक्सटेंशन इलाके से समर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। अब क्राइम ब्रांच की टीम उसे अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर वाराणसी लाएगी। मामले के दूसरे आरोपी संजय सिंह की तलाश जारी है।
आपको बता दें कि गायक समर सिंह गाजियाबाद के नंदग्राम थाना इलाके के राजनगर एक्सटेंशन स्थित चार्म्स क्रिस्टल सोसायटी में छिपा था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली और उत्तराखंड में लगातार ठिकाने बदल-बदल कर रह रहा था।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के भदोही में आकांक्षा का जन्म 21 अक्तूबर 1997 को हुआ था। आकांक्षा दुबे जनपद के चौरी थाना इलाके के परसीपुर की निवासी थीं। आकांक्षा दुबे को छोटी उम्र से ही डांस और एक्टिंग का काफी शौक था। वो अक्सर सोशल मीडिया पर डांस के वीडियो पोस्ट करती थीं।
25 मार्च की रात को अभिनेत्री ने अपने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो भी शेयर किया था। अभिनेत्री आकांक्षा दुबे ने ‘वीरों के वीर’ और ‘कसम पैदा करने वाले की 2’ जैसी हिट फिल्मों में अपने अभिनय से वाहवाही लूटी थी। आकांक्षा दुबे ने अपनी फिल्मी कैरियर की शुरुआत मायानगरी मुंबई से की थी। हालांकि आकांक्षा के माता-पिता उन्हें आईएएस बनाना चाहते थे, लेकिन उनका छोटी उम्र से ही डांस और एक्टिंग में मन लगता था।
27 मार्च को वाराणसी के सारनाथ थाने में भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे ने खुलासा किया था कि हमेशा खुश रहने वाली मेरी साहसी बिटिया को समर सिंह की काली नजर लग गई। समर सिंह ने मेरी बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दी। वह आकांक्षा से इतनी बेरहमी से पेश आता था कि ऐसा दुश्मन भी नहीं करते हैं।
उन्होंने भोजपुरी गायक समर सिंह और उनके भाई संजय सिंह पर प्रताड़ित करने समेत अन्य आरोप लगाकर तहरीर दी। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी। समर सिंह मूलरूप से आजमगढ़ के मेंहनगर का रहने वाले हैं। आकांक्षा दुबे की मौत के बाद से वो फरार था।
आकांक्षा दुबे भोजपुरी गायक समर सिंह के साथ वाराणसी के टकटकपुर क्षेत्र में लिव इन रिलेशन में रहती थीं। हाल के दिनों में दोनों अलग हुए थे। समर सिंह के दुर्व्यवहार से ही आकांक्षा दुखी रहने लगी थी। इसी वजह से अवसादग्रस्त थी।
हालांकि, गायक से मनमुटाव व विवाद का आकांक्षा के काम पर कोई असर नहीं पड़ा था। 26 मार्च को आकांक्षा सारनाथ क्षेत्र के बुद्धा सिटी कॉलोनी स्थित एक होटल के कमरा नंबर 105 में मृत मिली। वह अपने बेड पर बैठी हुई थी और उनके गले पर पंखे के हुक के सहारे दुपट्टे का फंदा था।
इसके बाद आकांक्षा दुबे की मां ने कहा कि समर चाहता था कि आकांक्षा सिर्फ उसके साथ ही फिल्म और गाने में काम करे। काम करने पर वह पैसे भी नहीं देता था। किसी और के साथ काम जाती थी तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित और मारता-पीटता था।
आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे के अनुसार, समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह ने आकांक्षा से करोड़ों रुपयों का काम कराकर पैसा नहीं दिया। 21 मार्च को समर सिंह के भाई संजय सिंह ने आकांक्षा दुबे को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बारे में आकांक्षा दुबे ने खुद उनको फोन कर बताया था।
मधु दुबे ने कहा कि बीते 21 मार्च को आकांक्षा बस्ती में शूटिंग कर रही थी। उस दिन मोबाइल पर भोजपुरी गायक समर के भाई संजय सिंह का फोन आया था। धमकी दी थी कि तुमको जान से मरवा देंगे। उनके मुताबिक, आकांक्षा की असिस्टेंट रेखा ने भी बताया कि मैडम सेट पर जोर-जोर से रो रही थीं। आकांक्षा की मां ने कहा कि कोई इंसान पार्टी से इंजॉय कर आता है, तो फांसी नहीं लगाता। उनका आरोप है कि समर सिंह और उसके भाई ने मिलकर उनकी बेटी आकांक्षा दुबे को मार डाला और अब उन्हें इंसाफ चाहिए।