नई दिल्ली। भगौड़े अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने कमर कस ली है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि पुलिस विभाग ने अमृतपाल को पकड़ने के लिए बैसाखी यानी 14 अप्रैल तक सभी छुट्टियां रद्द कर दी है। राज्य में बैशाखी के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। दरअसल, भगोड़े कट्टरपंथी सिख नेता अमृतपाल सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब से सिख मुद्दों पर चर्चा के लिए ‘सरबत खालसा’ आयोजित करने का आग्रह कर रहा था। अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने एक बयान जारी कर बैसाखी मनाने के लिए तख्त दमदमा साहिब में तीन दिवसीय वार्षिक समागम की घोषणा की है।
तकरीबन तीन सप्ताह से पंजाब पुलिस को छका रहा अमृतपाल अब जल्द ही पुलिस के हत्थे चढ़ने वाला है। पुलिस फोर्स ने आगामी बैसाखी के लिए राज्य में अलर्ट जारी किया है। खबर है कि अमृतपाल ने श्री अकाल तख्त से सिख मुद्दों पर चर्चा के लिए सरबत खालसा आयोजित करने की मांग की थी। लेकिन, जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत ने इस मांग को ठुकरा दिया। हालांकि गुरुवार शाम को जत्थेदार ने दमदमा साहिब में तीन दिवसीय वार्षिक समागम की घोषणा जरूर की है।
“वार्षिक मण्डली और ‘सरबत खालसा’ में एक स्पष्ट अंतर है। सरबत खालसा अएक ऐसी सभा होती है, जिसमें दुनियाभर के सिख संगठनों को निमंत्रण भेजा जाता है और सिख समुदाय के ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की जाती है। इस सभा में फैसला भी लिया जाता है। भले ही यह आम राय के विरुद्ध ही क्यों न हो। सरबत खालसा का सीधा अर्थ है- सिखों की सभा। यह बैसाखी को चिन्हित करने वाली सभा भी है।
वहीं, श्री अकाल तख्त अमृतपाल की सरबत खालसा की मांग से सहमत नहीं है। इसलिए वह दमदमा साहिब में वार्षिक समागम आयोजित कर रहा है। वहीं, मीडिया रिपोर्टों में अमृतपाल के आज सरेंडर करने की खबरों को पंजाब पुलिस ने नकार दिया है। शुक्रवार सुबह एएनआई से की बातचीत में पंजाब पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अनुरोध किया कि इस तरह की फेक न्यूज न फैलाएं। अमृतपाल के सरेंडर करने की अफवाहों पर यकीन न करें।
भगौड़े अमृतपाल का समय पूरा हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में जारी किए वीडियो में सरबत खालसा का आह्वान किया था। उसकी यह मांग सिख संगठनों ने नकार दी है। सूत्रों का कहना है कि सिख संगठनों का मानना है कि अमृतपाल की वजह से सिख समुदाय की बदनामी हुई है। इसीलिए अमृतपाल अब अलग-थलग पड़ चुका है।
पंजाब पुलिस फोर्स के लिए अमृतपाल की गिरफ्तारी नाक का सवाल बन गई है। तकरीबन तीन सप्ताह से वह पुलिस को राज्य दर राज्य छका रहा है। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए अनिवार्य हो गई है। हालांकि अमृतपाल के करीब 114 साथी पुलिस की गिरफ्त में हैं। पुलिस ने अमृतपाल की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाई है। इसी क्रम में पुलिस फोर्स ने 14 अप्रैल तक सभी छुट्टियां रद्द कर दी है।
पुलिस को अंदेशा है कि 14 अप्रैल से पहले अमृतपाल सिख संगठनों से मुलाकात कर सकता है। इससे पहले अमृतपाल अपनी अगली रणनीति की तरफ जाए, पुलिस उसे कोई मौका नहीं देना चाहती। पुलिस फोर्स योजनाबद्ध तरीके से अमृतपाल पर शिकंजा कस रही है। 14 अप्रैल से पहले पुलिस पंजाब में बड़े ऐक्शन की तैयारी कर रही है।