नई दिल्ली. दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट जिला अंतर्गत गोकुलपुरी इलाके में सीनियर सिटीजन दंपति की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. दिल्ली पुलिस ने इस डबल मर्डर की वारदात को करीब-करीब सुलझा लिया है. पुलिस सूत्रों माने तो बुजुर्ग राधे श्याम वर्मा और उनकी पत्नी वीणा देवी की हत्या को उनकी बहू मोनिका ने अंजाम दिया था.
इस डबल मर्डर को अंजाम देने के लिए मोनिका ने अपने प्रेमी का सहारा लिया था. मामले की तफ्तीश के बाद आरोपी बहू को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया है. जल्द ही औपचारिक तौर पर गिरफ्तारी की पुष्टि भी कर दी जाएगी. हालांकि पुलिस की टीम आरोपी मोनिका से पूछताछ के आधार पर उसके प्रेमी की तलाश कर रही है जोकि फिलहाल फरार बताया गया है. इसके चलते फरार आरोपी के नाम का अभी खुलासा नहीं किया गया है.
उधर, पुलिस दावा कर रही है कि अगले 24 घंटे के भीतर फरार आरोपी को भी दबोच लिया जाएगा. गोकुलपुरी थाना की पुलिस टीम फिलहाल आरोपी मोनिका से हत्याकांड को अंजाम देने से संबंधित सवाल-जवाब कर रही है. शुरुआती दौर की पूछताछ के दौरान यह पता चला है कि संपत्ति विवाद की वजह से मोनिका और उसके सास-ससुर के बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था. लेकिन संपत्ति विवाद के बीच मोनिका के प्रेमी की एंट्री कैसे हुई ये जानना पुलिस के लिए सबसे महत्वपूर्ण जांच का मसला बना हुआ है. हालांकि इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद इसको लूटपाट की शक्ल देने की कोशिश की गई थी.
सूत्रों के मुताबिक पुलिस की टीम ने आरोपी मोनिका से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां पुलिस के सामने आई है जिसे हर एंगल से पुलिस की टीम बेहद सतर्कता से तफ्तीश कर रही है. मृतक दंपत्ति गोकुलपुरी इलाके में स्थित जी ब्लॉक के गली नंबर 13/6 में स्थित मकान नंबर 245 में पिछले करीब 38 सालों से रह रहे थे. मृतक बुजुर्ग राधे श्याम वर्मा है, जो करीब 72 साल के हैं और उनकी मृत पत्नी का नाम वीणा देवी है जो करीब 78 साल की थी. हत्यारों ने रविवार रात को बुजुर्ग राधे श्याम वर्मा का गला काटकर और उनकी पत्नी वीणा देवी का गला के साथ-साथ सिर के हिस्सों में तेज हथियार से वार करके दोनों को मौत के घाट उतार दिया था. इसकी जानकारी सोमवार सुबह दी गई.
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस टीम के मुताबिक दोनों मृतकों का शव उनके घर में ही ग्राउंड फ्लोर में स्थित बेडरूम में मिला था. उस मकान में ग्राउंड फ्लोर और पहला फ्लोर राधे श्याम वर्मा का ही है. पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में लूटपाट की वजह से हत्या का मामला लग रहा है क्योंकि जांच के दौरान घर में काफी तोड़फोड़ और जबरदस्ती प्रवेश के जैसे सबूत मिले हैं.
बताया जा रहा है कि मृतक बुजुर्ग शख्स सरकारी स्कूल से बतौर वाइस प्रिंसिपल रिटायर हुए थे, जो अपनी पत्नी के साथ रहते थे. फिलहाल, पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. हत्या करने के बाद घर से लाखों रुपये की नगदी और ज्वेलरी लेकर जाने की वारदात से ही पुलिस को सबूत मिले हैं.
दिल्ली पुलिस की टीम ने इस मामले में काफी तत्परता दिखाते हुए हत्याकांड के 24 घंटे के भीतर ही इस वारदात की गुत्थी को सुलझा लिया है. इस मामले में मृतक बुजुर्ग के बेटे का बयान भी बेहद महत्वपूर्ण माना गया, क्योंकि रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे वो अपने माता-पिता से मिलने आया था. पुलिस की टीम ने इस वारदात की तफ्तीश के दौरान उनके बेटे रवि वर्मा को पूछताछ के लिए बुलाया गया. रवि वर्मा भी पेशे से शिक्षक है जो नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में ही मुस्तफाबाद इलाके में गेस्ट टीचर के तौर पर बच्चों को पढ़ाता रहा है. लेकिन पिछले कुछ समय से कपड़ों से संबंधित काम भी कर रहा था.
मृतकों के परिजनों से हुई पूछताछ के मुताबिक घर के अंदर से करीब साढ़े 4 लाख रुपये की नगदी सहित काफी ज्वेलरी गायब है. दरअसल पिछले कुछ समय पहले ही मृतक बुजुर्ग ने अपने घर का एक हिस्सा बेचने के लिए एक शख्स से एडवांस के तौर पर करीब साढ़े 5 लाख रुपये एडवांस लिए थे. जो उनके घर से गायब मिले थे. इस जानकारी के बाद आगे की तफ्तीश करने के बाद रवि की पत्नी मोनिका का भी बयान दर्ज किया गया. बयान दर्ज करने के दौरान पुलिस ने पाया कि वो अपने बयान लगातार बदल रही है.