महाराष्ट्र की सागवन की लकड़ी के दरवाजे राम मंदिर निर्माण में लगाए जाएंगे

0 90

अयोध्या ; सैकड़ों वर्षों के संघर्षों और हजारों बलिदानों के बाद रामनगरी अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम का भव्य और दिव्य मंदिर बन रहा है. मंदिर का दीदार करने के लिए हर राम भक्त अयोध्या पहुंच रहा है और अपने आराध्य के दर्शन कर रहा हैं. वहीं, बीते दिनों महाराष्ट्र की पूरी कैबिनेट धर्म नगरी अयोध्या पहुंची, जहां सभी ने मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का दर्शन किया और भव्य मंदिर निर्माण कार्य को भी देखा.

इतना ही नहीं अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में महाराष्ट्र की सागवन की लकड़ी के दरवाजे लगाए जाएंगे. अयोध्या पहुंचे एकनाथ शिंदे ने अयोध्या में ही यह घोषणा की थी. उन्होंने कहा था कि जितनी भी लकड़ी राम मंदिर में लगेगी उतनी महाराष्ट्र से आएगी. राम मंदिर निर्माण में महाराष्ट्र अगर इतना सहयोग कर रहा है तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. इतना ही नहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हिंदू सम्राट बाला साहेब ठाकरे और करोड़ों राम भक्तों का सपना पीएम मोदी ने साकार कर दिया है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहले लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे. आज मंदिर भी बन रहा है तारीख भी बता दी गई है. राम भक्त अपनी आंख के सामने अपने आराध्य के भव्य मंदिर का निर्माण देख रहे हैं. इससे ज्यादा खुशी की बात और कुछ हो भी नहीं सकती हैं.

शिंदे ने कहा कि हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे का सपना था. इसके साथ ही लाखों-करोड़ों राम भक्तों का सपना था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो. सभी को लगता था कि राम मंदिर का निर्माण कैसे होगा, पहले के लोग कहते थे कि पहले मंदिर फिर सरकार. कुछ लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, लेकिन तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन सब कुछ झूठला दिया गया. शिंदे ने कहा कि राम मंदिर में जितनी भी सागवान की लकड़ी लगेगी, उतनी लकड़ी महाराष्ट्र से आएगी. कई ट्रक भर के लकड़ी महाराष्ट्र से निकल चुकी है, विधि-विधान पूर्वक पूजा आराधना करने के बाद महाराष्ट्र से ट्रकों को रवाना किया गया है.

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.