यूपी के अंबेडकर नगर जिले में 11 अप्रैल की रात एक लड़के की लाश मिलने से सनसनी फैल गई थी. इस केस को सुलझाने में पुलिस को 60 घंटे लगे, जिसमें आरोपियों का 950 किलोमीटर पीछा किया. 150 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाली और 70 से 80 होटल और गेस्ट हाउस में छानबीन की. इस दौरान 5 शख्स पुलिस के हत्थे चढ़े, जिन्होंने पूछताछ के दौरान ऐसे खुलासे किए, जिससे पुलिस भी हैरान रह गई.
दरअसल, राहुल कटारा का एक लड़की से अफेयर था. इसके साथ ही एक नाबालिक लड़का भी लड़की से प्यार करता था. मगर, किसी को नहीं पता था कि एक दिन इस मामले में ऐसा खूनी खेल होगा, जिससे लोग सिहर उठेंगे. हुआ कुछ ऐसा कि एक दिन राहुल ने लड़की के सामने उसके दूसरे आशिक को जोर से थप्पड़ मार दिया. ये बात लड़के को इतनी खली कि उसने बदला लेने के लिए खौफनाक प्लानिंग रच डाली.
उसने अपने साथियों संग मिलकर 11 अप्रैल की रात राहुल को उठा लिया और चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी. उसके शरीर पर चाकू से इतने वार किए कि शुरुआत में शिनाख्त नहीं हो पाई. मामला दर्ज कर काफी छानबीन के बाद पुलिस ने उसकी पहचान की और सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए.
एसीपी चितरंजन पार्क की देखरेख में एसएचओ अंबेडकर नगर किशन कुमार, इंस्पेक्टर मुनेश कुमार, सब इंस्पेक्टर बंसीलाल, पंकज, सुखलाल, हेड कांस्टेबल दिनेश दीप राम कॉन्स्टेबल अमित, सुमित और सतेंद्र की टीम लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी. टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली गई. सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस ने दर्जनों जगह छापेमारी की.
इसी बीच पुलिस को पता चला कि आरोपी आगरा में हैं. जब पुलिस आगरा पहुंची तो आरोपियों ने फोन स्विच ऑफ कर लिए और भागकर दिल्ली पहुंच गए. वहां से आरोपी हरिद्वार जाने की फिराक में थे. इसी बीच पुलिस ने अंबेडकर नगर के जंगल इलाके में सभी को दबोच लिया.
हत्या के आरोप में जिन पांच लड़कों को अरेस्ट किया गया है, उसमें तीन नाबालिग हैं. अन्य दो की पहचान अक्षय और राहुल के रूप में हुई है. ये दोनों साउथ दिल्ली के देवली इलाके के रहने वाले हैं. अन्य तीनों की उम्र 16 से 17 साल के बीच है. इनके पास से वारदात में इस्तेमाल धारदार हथियार बरामद हुए हैं.